आश हम्द की शायरी | Aash Hamd Shayari
ज़िन्दगी क्या है सबकी अपनी सोच है, अपना ही नज़रिया है,ज़िंदगी है एक सफ़र, और ख़्यालों का दरिया है, तदबीर करें ऐसी , बनाए मोहब्बतों की दुनिया,सुर्खरु लौटें घर, बेहतरीन आमाल बने ज़रिया, कभी सोचा ज़िन्दगी क्या है, क्यों आए जहां में,क्यों भेजा हमें ख़ुदा ने, इस किराए के मकां में, मज़लूमों पर रहम का,…