आज़म नैय्यर की ग़ज़लें | Aazam Nayyar Poetry

आज़म नैय्यर की ग़ज़लें | Aazam Nayyar Poetry

रोज़ तेरी राह देखें ये नज़र है ? रोज़ तेरी राह देखें ये नज़र है ?हाँ मगर तेरी नहीं कोई खबर है जीस्त में आती नहीं कोई ख़ुशी यूँहाँ लगी कोई बुरी शायद नज़र है लौट आ परदेश से मिलने मुझे तूयार तेरी दोस्ती पक्की अगर है पर कहीं मिलता नहीं तेरा निशाँ भीढूंढ़ता तुझको…