बाल कविता – सुबह की गुनगुन
बाल कविता – सुबह की गुनगुन ( Bal Kavita – Subah ki gungun ) चिड़िया चहकी चूंँ चूंँ चुन सुबह हुई अब जागो तुम करो मातृभूमि,माँ-पिता को नमन कुछ प्रभु चरणों में ध्यान उसके बाद ही शुभ काम सुनो दादी की प्रार्थना धुन। क्यूँ न स्कूल जाने से पहले थोड़ा योग भी कर लो…