Beautiful ghazal in Hindi

मैं निगाहें प्यार की उससे मिलाता ही रहा | Beautiful ghazal in Hindi

मैं निगाहें प्यार की उससे मिलाता ही रहा ( Main nigahen pyaar ki usase milata hi raha )     मैं निगाहें प्यार की उससे मिलाता ही रहा नफ़रतों के तीर मुझपे वो चलाता  ही रहा   डूबा है इतना नजाक़त में वही अपनी ख़ुद  में वो मज़ाक मेरी मुहब्बत की उड़ाता ही रहा  …

मौसम

मौसम | Beautiful Ghazal In Hindi

मौसम ( Mausam )   फिर बदलने को है हवा सर्द होने जो लगे धूप सुस्ताने लगे चलो ,आओ, इन कपड़ों, पापड़, आचार के संग फूफूंद लग रहे ये अपने रिश्ते भी कुछ देर धूप में रख दें फिर से ये ताजा दम हो कुछ निखर जायेंगे कुछ संवर जायेंगे….   लेखिका :- Suneet Sood Grover…