मत दिखा दिल ख़फ़ा रोज यूं और तू | Dil khafa
मत दिखा दिल ख़फ़ा रोज यूं और तू ! ( Mat dikha dil khafa roj yoon aur tu ) मत दिखा दिल ख़फ़ा रोज यूं और तू ! बांध दिल से वफ़ा की मगर डोर तू प्यार से पेश आता नहीं अपनों से आ गया है कैसा देखले दौर तू हर घड़ी…
मत दिखा दिल ख़फ़ा रोज यूं और तू ! ( Mat dikha dil khafa roj yoon aur tu ) मत दिखा दिल ख़फ़ा रोज यूं और तू ! बांध दिल से वफ़ा की मगर डोर तू प्यार से पेश आता नहीं अपनों से आ गया है कैसा देखले दौर तू हर घड़ी…