Galat

ग़लत को ग़लत जो कोई भी कहेगा | Galat ko Galat

ग़लत को ग़लत जो कोई भी कहेगा  ( Galat ko galat jo bhi kahega )    ग़लत को ग़लत जो कोई भी कहेगा , यकीं मानिए मुश्किलों में फँसेगा । ग़लत के लिए साथ देंगे हज़ारों , सही बोलने पर अकेला रहेगा । ये दुनिया अजब चाल से चल रही है , हरिक आदमी एक…