आजकल सुनते यूं नग़में खूब है | Ghazal aajkal sunte yoon nagamen khoob hai
आजकल सुनते यूं नग़में खूब है (Aajkal sunte yoon nagamen khoob hai ) आजकल सुनते यूं नग़में ख़ूब है! याद में उसकी हम रोते ख़ूब है फ़ोन भी मेरा उठाता वो नहीं फ़ोन भी ऐ यार करते ख़ूब है तल्ख़ बातें कर गया वो आज भी प्यार से ही जिससे बोले…