भूल जाने का उसे ए रब असर दे | Ghazal bhool
भूल जाने का उसे ए रब असर दे ( Bhool jane ka rab use asar de ) भूल जाने का उसे ए रब असर दे सब्र ऐसा जिंदगी भर रब मगर दे बेरुख़ी से देखना वो छोड़ दे वो ए ख़ुदा उसको मुहब्बत की नज़र दे के न जाने हाल क्या…
भूल जाने का उसे ए रब असर दे ( Bhool jane ka rab use asar de ) भूल जाने का उसे ए रब असर दे सब्र ऐसा जिंदगी भर रब मगर दे बेरुख़ी से देखना वो छोड़ दे वो ए ख़ुदा उसको मुहब्बत की नज़र दे के न जाने हाल क्या…