Ghazal in dinon

दुश्मनी की खूब गोली चली इन दिनों | Ghazal in dinon

दुश्मनी की खूब गोली चली इन दिनों! ( Dushmani ki khoob goli chali in dinon )     दुश्मनी की ख़ूब गोली चली इन दिनों! प्यार की डाली टूटी रही इन दिनों   फूल कैसे खिलेंगे यहाँ प्यार के है लगी सी नज़र जो  बुरी इन दिनों   सुख गये धूप से नफरतों की ही…