तू सदा मुहब्बत से मुस्कुरा | Ghazal Muskura
तू सदा मुहब्बत से मुस्कुरा ( Tu sada muhabbat se muskura ) तू सदा मुहब्बत से मुस्कुरा छोड़ दे उदास रहना सदा यूं नहीं सता मिलेगे दुख ही देख तू ग़रीब की ले दुआ नफ़रतें सभी दिल से छोड़ दे प्यार का हमेशा दे सिलसिला जिंदगी बहुत ग़मों में जी…