आसमाँ को वही चूम पाया कभी | Hausala shayari
आसमाँ को वही चूम पाया कभी आसमाँ को वही चूम पाया कभी। पांव पीछे न जिसने हटाया कभी।। आज ऐसा ज़माने में कोई नहीं। बौझ ग़म का न जिसने उठाया कभी।। चैन से रह ना पाया ज़माने में वो। दिल किसी भी बशर का दुखाया कभी। वो खुशी भी उसे दिल…