Holi kavita

होली आई रे, होली आई | Best poem on holi

होली आई रे, होली आई ( Holi aayi re, holi aayi )   गोरा गोरा गाल गुलाबी, गोरी रंग लेकर आई। फागुन आयो रंग रंगीलो, उर उमंग मस्ती छाई।   रसिया नाचे ढप बजावे, आज बिरज में होली है। गीत सुनावे फाग गावे, भीगे चुनर चोली है।   मुरली की धुन छेड़े कान्हा, राधा रंग…

Holi ki kavita

होली का मौसम आ गया | Holi ki kavita

होली का मौसम आ गया ( Holi ka mausam aa gaya )   होली का रंग भा गया, मस्ताना मौसम आ गया। भरी सभा में फाग सुनाएं, फागुन रंग रंगीला छा गया।।   सारे मस्ती में झूमे गाए, एक दूजे को गुलाल लगाएं। गौरी नित का काग उड़ावे, परदेसी कब मेरा घर आवे।।   बजे…

आजा साथी धूम मचाएं होली में

Holi Par Kavita | आजा साथी धूम मचाएं होली में

आजा साथी धूम मचाएं होली में ( Aaja Sathi Dhoom Machaye Holi Mein )   आजा साथी धूम मचाएं होली में, थिरक थिरक मौज मनाएं होली में   भूलकर सारे राग द्वेष, हम मिल जाएं होली में। ढ़ोल नगाड़े ताशे की गूॅ॑जे, प्रेम रस बरसाएं होली में।   आजा साथी धूम.मचाएं होली में, थिरक-थिरक मौज…

होली

Holi Kavita | होली के त्यौहार पर कविता

होली ( Holi )   रंग-बिरंगे रंगों का त्यौहार है होली फागुन का सजीला सिंगार है होली बेरंग ज़िंदगी में फिर लाई बहार है होली प्राणियों में बसा सच्चा प्यार है होली । रंग-बिरंगे रंगों का त्यौहार है होली ।।   बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है होली राधा-कृष्ण के प्रेम का अमर…