Krodh par Kavita

क्रोध है ऐसी अग्नि | Krodh par Kavita

क्रोध है ऐसी अग्नि ( Krodh hai aisi agni )    खुशियों से भरा रहता है उन सब का जीवन, सकारात्मक सोच रखें एवं काबू रखते-मन। काम क्रोध मद लोभ मात्सर्यो से जो रहे दूर, बुद्धिमान कहलाते है दुःखी नही रखते-मन।। ज्ञानी होकर भी रह जाते वो व्यक्ति-अज्ञानी, बदले की ये भावना जिन व्यक्तियों ने…

Poem on anger in Hindi

क्रोध | Poem on Anger in Hindi

क्रोध ( Krodh )   क्रोध की अपनी सीमा है और, क्रोध की भी मर्यादा है। सही समय पर किया क्रोध, परिणाम बदलता जाता है।   राघव ने जब क्रोध किया तब, सागर भय से कांप उठा, स्वर्ग पधारे जटायु जब, क्रोधित हो रावण से युद्ध किया।   समय पे क्रोधित ना होने का, दण्ड…