क्रोध है ऐसी अग्नि | Krodh par Kavita
क्रोध है ऐसी अग्नि ( Krodh hai aisi agni ) खुशियों से भरा रहता है उन सब का जीवन, सकारात्मक सोच रखें एवं काबू रखते-मन। काम क्रोध मद लोभ मात्सर्यो से जो रहे दूर, बुद्धिमान कहलाते है दुःखी नही रखते-मन।। ज्ञानी होकर भी रह जाते वो व्यक्ति-अज्ञानी, बदले की ये भावना जिन व्यक्तियों ने…