Prem ras kavita

अंतिम सांस तक | Prem ras kavita

अंतिम सांस तक ( Antim saans tak )     सोनू से प्रेम है उससे मुझे प्रेम है कुछ-कुछ स्वर्णाभ अक्षत सा है….. कुन्दन सा खरा शाश्वत है स्वयं से प्रकाशित आभाषित ईश्वरत्व की सत्यता जैसा जो हमारे प्रेम पर आकर रुक जाती है और बस रुकी ही रहती है       अंतिम साँस तक ……………….

मुझे आज भी याद है

मुझे आज भी याद है | Prem ras kavita

 मुझे आज भी याद है  ( Mujhe aaj bhi yaad hai )     मुझे आज भी याद है वो कमरा जहाँ…….. आखिरी बार मिले थे हम आज भी गवाह है, वो बिस्तर की चादर वो कम्बल……. जिसमें लिपटे थे हम एक दूसरे की बाहों में।   मुझे आज भी याद है वो कमरा जहां………..

मैं चाहता हूं बस तुमसे

मैं चाहता हूं बस तुमसे | Prem kavita in Hindi

   मैं चाहता हूं बस तुमसे ( Main chahta hun bas tumse )   मैं चाहता हूं बस तुमसे थोड़ा सा प्यार थोड़ा-सा मन थोड़ा-सा सुकून थोड़ा-सा अहसास।   मैं तुमसे चाहता हूं बस थोड़ी-सी हँसी थोड़ी-सी खुशी थोड़ी-सी बातें थोड़ी-सी शान्ति।   मैं तुमसे चाहता हूं बस थोड़ा-सा दर्द थोड़ा-सी तकलीफ़ थोड़ी-सी बैचेनी थोड़ी-सी…

काश कि तुमने ये बताया होता

काश कि तुमने ये बताया होता | Prem ras kavita

 काश कि तुमने ये बताया होता  ( Kash ki tumne ye bataya hota )   काश कि तुमने ये बताया होता कि मैं क्यों दूर होता जा रहा हूँ तुमसे न कोई गिला-शिकवा फिर भी बातों का सिलसिला शुरू नहीं एक दिन, दो दिन,पाँच दिन,बीस दिन आखिर कब तक? ये तो बताया होता । हौले-हौले…