Shayari pyar ki

किया था प्यार मगर | Shayari pyar ki

किया था प्यार मगर ( Kiya tha pyar magar )   किया था प्यार मगर हमनें जताया ही नही। वो कैसे जानती जो हमने बताया ही नही। रहा अफसोस हमेशा ही से ये दिल मे मेरे, क्यों ये जज्बात मेरे दिल के दिखाया ही नही। किया था प्यार मगर….   दबा दिया दिल में ख्वाहिशों…