मुहब्बत की वो मुझसे ले गया अपनी निशानी है

Sad Shayari | Ghazal -मुहब्बत की वो मुझसे ले गया अपनी निशानी है

मुहब्बत की वो मुझसे ले गया अपनी निशानी है ( Muhabbat Ki wo Mujhshe Le Gaya Apni Nishani Hai )   मुहब्बत की वो मुझसे ले गया अपनी  निशानी है अधूरी प्यार की ही रह गयी दिल में कहानी है   वही करता नहीं रिश्ता मुहब्बत का क़बूल मेरा यहां तो जिस लिए दिल में…

नई शुरुआत

नई शुरुआत

नई शुरुआत ( Nayi Shuruaat ) ***** सदैव कठिनाइयों से भरी होती है, शनै: शनै: सहज होती जाती है। फिर एक दिन- कली, फूल बन खिल जाती है, बाग बगिया को महकाती है; सुरभि फिजाओं में दूर तक बिखर जाती है। आकर्षित हो लोग खिंचे चले आते हैं, सौंदर्य/सफलता देख मंत्र मुग्ध हो जाते हैं।…