Uthti hai Mere Chehre par

उठती है मेरे चेहरे पर | Uthti hai Mere Chehre par

उठती है मेरे चेहरे पर ( Uthti hai mere chehre par )   उठती है मेरे चेहरे पर उसकी नजर नहीं लेकिन वह मेरे हाल से भी बेखबर नहीं। रोके ना रुक सकेगा हमारा वह प्यार है पाबंदियां जहान की भी पुरअसर नहीं। चाहत है आसमान में परिंदों सा उड़ चले पर घोंसलों के बिन…