ऐ जिन्दगी | Zindagi Par Shayari
ऐ जिन्दगी ( Ai Zindagi ) जिंदगी हर दिन एक जंग सी लगती है, कभी पहलू में मेरे तो , कभी तेरे लगती है, कभी पास आके बैठ, तो बताए हमे कितनी बेरहम लगती है, हर दिन ये मुझसे मेरे ही जवाबो पे एक नया सवाल पूछती है, की तू तो…
ऐ जिन्दगी ( Ai Zindagi ) जिंदगी हर दिन एक जंग सी लगती है, कभी पहलू में मेरे तो , कभी तेरे लगती है, कभी पास आके बैठ, तो बताए हमे कितनी बेरहम लगती है, हर दिन ये मुझसे मेरे ही जवाबो पे एक नया सवाल पूछती है, की तू तो…
जिंदगी भर वो परायी दोस्ती होने लगी ( Zindagi bhar wo parai dosti hone lagi ) जिंदगी भर वो परायी दोस्ती होने लगी इस क़दर उससे मेरी दुश्मनी होने लगी कर गया रिश्ता वफ़ाये घायल देकर बेदिली अब भुलाने को उसी ही मयकशी होने लगी इसलिए मैं लौट आया गांव अपनें…