Tandav Film Review -तांडव ( फ़िल्म समीक्षा )
तांडव ( फ़िल्म समीक्षा )
( Tandav – Film Review )
बॉलीवुड की चमक धमक भरी दुनिया के विषय मे कहा जाता है कि यहां वही लोग पहुंच पाते हैं जिनके माता-पिता स्टार रहे हो या फिर भी वो किसी संपन्न परिवार से संबंध रखते हैं और उनमें विलक्षण प्रतिभा हो। लेकिन बॉलीवुड में कुछ ऐसे भी कलाकार हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और अपनी प्रतिभा के…
रोबोट 3 (अग्नि चक्र ) हंसता – खेलता एक शहर , कोई मंदिर , कोई मस्जिद , कोई खेल रहा है , कोई चाय दुकान, कोई मिठाई दुकान मे ब्यस्त बच्चों की अठखेलियों के बीच दशहरे की पान मिठाई की मिठाश के साथ चलती रामलीला , और रामण दहन के बाद सारे शहर की लाइट…
संतान रत्न ( फिल्म स्क्रिप्ट ) भाग : 1 एक गरीब महिला छोटी बच्ची को अपने आँचल से दूध पिलाती हुई अधेड अवस्था मे एक छोटे से पुल से टिकी हुई,लोग निकलते देखते बात-कुबात कहते जा रहे हैं | तभी एक महिला(सन्नो) वहां से गुजरी,बड-बडाते हुए पास आई देखा तो महिला मर चुकी थी l…
कोहिनूर ( हिंदी फिल्म स्क्रिप्ट ) ( Kohinoor : Hindi film script ) एक समय था ,जब भारत मे अंग्रेजों का राज था | हमारे भारत के लोग डरे सहमे रहते थे | मध्य -प्रदेश का एक शहर “जबलपुर” मे भी गोरे तैनात थे | वहीं एक जौहरी परिवार था | जौहरी जी ब्रिटिश…
चार्ली चैपलिन को हम सब जानते पहचाने हैं । इनका असली नाम सर चार्ल्स स्पेंसर चैपलिन था । चार्ली चैपलिन एक ऐसा चेहरा है जिसे देखकर हर किसी के चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती है । इनका जन्म 16 अप्रैल 1889 को लंदन में हुआ था । चार्ली चैपलिन की पूरी जिंदगी लोगों को हंसाने…
“सूरज देख रुक गया है तेरे आगे झुक गया है ।” प्रचंड हौसलों की बयानी करता हुआ यह गीत जता देता है कि जिंदगी के हर इम्तिहान में तपना है और निखर कर जीत पर, अपना नाम दर्ज करना है , क्योंकि जिंदगी फूलों की सेज नहीं होती – ” कांँटों पे चल के…