संस्थान के सफलता पूर्वक दो वर्ष पूर्ण होने की खुशी में हर्षोल्लास के साथ मनाए गए द्वितीय स्थापना दिवस के अवसर पर संस्थान द्वारा रचनाकारों को प्रतिवर्ष विभिन्न श्रेणियों में प्रदान किए जाने वाले पुरस्कारों की घोषणा की गई।
जिसमे अनकहे अल्फाज़ साहित्यिक संस्थान द्वारा दिया जाने वाला सबसे बडा पुरस्कार (अल्फाज़ रत्न) साहित्य के क्षेत्र में निरन्तर आगें बढ़ रहें सैनिक/कवि- गणपत लाल उदय अरांई अजमेर राजस्थान को दिया गया।
जो वर्तमान में भारतीय अर्ध सैनिक बल केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल में तैनात है यह विश्व का सबसे बड़ा अर्द्धसैनिक बल है जिसमें उदय अपनी सेवाएं दे रहे है। उदय को बचपन से ही लेखन/सांस्कृतिक कार्यक्रम/काॅमेडी/चित्रकारी में बहुत रुचि थी।
1992-93 में फ़िल्मी दुनिया में जानें हेतु दिल्ली, मुंबई और जोधपुर से क़रीब एक दर्जन पत्र आये परिवार बड़ा और पारिवारिक स्थिति ठीक नही होने के कारण उदय कांस्टेबल पद पर सी आर पी एफ में भर्ती हो गए लेकिन सेना की नौकरी करते हुए भी आप समय मिला कविताएं लिखते गए।
उदय को देश सेवा करते 22 वर्ष बीत चुके है और अब तक करीब 3000 कविताएं लिख चुके है 300 से ज्यादा पुस्तकों में रचनाएं प्रकाशित हो चुकी है और करीब 400 पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके है स्वयं की पुस्तक सैनिक की कलम से और सेवा भक्ति के प्रतीक पुस्तक प्रकाशित है जो ओएमजी बुक ऑफ रिकार्ड बना चुकी है।
संस्थान द्वारा दिया जाने वाला द्वितीय बड़ा पुरस्कार अल्फाज़ काव्य रत्न स्नेहा कुमार बेंगलुरु से राम स्वरुप मीणा जयपुर राजस्थान से और रमाकांत सोनी झुंझुनू राजस्थान से को प्रदान किया गया।
साहित्य के क्षेत्र अपने कदम रखने वाले नवांकुर रचनाकारों को भी संस्थान द्वारा अल्फाज़ नवांकुर पुरस्कार से सम्मानित किया गया जिसमे इन्दौर मध्य प्रदेश से दास बैरागी और जयपुर से दीपक बगवाड़िया को सम्मानित किया गया।
इन सब पुरस्कारों के अलावा संस्थान ने उन सभी सम्माननीय व्यक्तियों को भी सम्मानित किया जिन्होंने संस्थान को आर्थिक सहायता प्रदान की जिन्हे संस्थान द्वारा अल्फाज़ भामाशाह पुरस्कार से सम्मानित किया गया जिसमे सैनिक/कवि- गणपतलाल उदय
विनोद वर्मा रलावता
जय वर्मा संतोष ताकर
ललित कुमार शास्त्री और
दिनेश चन्द जाखड़ को सम्मानित किया गया।
संस्थान के संस्थापक श्री श्याम राज मेहरड़ा सह संस्थापक सलाकार/कोषाध्यक्ष एवं अन्य सदस्यों द्वारा पुरस्कार विजेताओं को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई दी।