अलविदा साल 2023

( Alvida saal 2023 )

 

शनै शनै यूं गुजर गया, बीत गया पुराना साल ।
खट्टे मीठे अनुभवों से, कर गया हमको निहाल।

काश थोड़ा रुक जाते, वर्ष बिछड़ कर दूर न जाते।
बीती यादों के पन्नों में, थोड़ा बैठकर हम बतियाते।

क्या खोया क्या पाया, फूल खिले चमन हरसाया।
शहनाइयां गूंजी कभी, कभी गमों का दौर आया।

सुख दुख धूप छांव से , बीत गए दिन महीने साल।
कभी खुशी के पल आए, कभी रहा साल बदहाल।

कहें अलविदा माह दिसंबर, टाटा बाय हैलो हाय।
नववर्ष अभिनंदन करें, नई भोर की पीकर चाय।

नई उमंगे नई रवानी, नई राहें हमको देकर जाएगा।
पल पल प्यार भरी सौगातें, वर्ष याद बहुत आएगा।

 

कवि : रमाकांत सोनी

नवलगढ़ जिला झुंझुनू

( राजस्थान )

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