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वो चाहें हो कुछ हंगामा | Vo Chahe

वो चाहें हो कुछ हंगामा ( Vo chahe ho kuch hungama )   वो चाहें हो कुछ हंगामा, बन जाए कोइ फसाद नया ! इस पावन भू में...

अमृतवर्षा की प्राचीन प्रथा | Amrit Varsha

अमृतवर्षा की प्राचीन प्रथा ( Amrit varsha ki prachin pratha )    पुरानें समय से ही चली आ रही है ये प्रथा, शरद पूर्णिमा सब जगह पर...

जलाओ न दुनिया को | Jalao na Duniya Ko

जलाओ न दुनिया को ! ( Jalao na duniya ko )   मोहब्बत की दुनिया बसा करके देखो, हाथ से हाथ तू मिला करके देखो। सूखे पत्ते के जैसे...

चाँद की आधी रात | Chand ki Aadhi Raat

चाँद की आधी रात ( Chand ki aadhi raat )    शरद की पूर्णिमा की रात में, पूरे चाँद की आधी रात में, एक मीठी-सी कविता, अपने पूरे मन से...

निष्पक्ष मतदान | Nishpaksh Matdan

निष्पक्ष मतदान ( Nishpaksh matdan )   निर्भीक निष्पक्ष मतदान, सजग नागरिक पहचान अष्टादश वय पार हर नागरिक, अधिकृत अप्रतिम मत प्रयोग । निर्वहन अहम अनूप भूमिका, निर्मित लोकतंत्र सुखद जोग...

शरद पूर्णिमा का चांद | Sharad Purnima ka Chand

शरद पूर्णिमा का चांद ( Sharad purnima ka chand )   चारू चंद्र का मनोरम स्वरूप कितना सुंदर कितना प्यारा, इसकी सुंदरता देख रहा है एकटक होकर ये...

पावन प्यार साथिया | Pawan Pyar Sathiya

पावन प्यार साथिया ( Pawan pyar sathiya )    अधरों से ही बहती है मधुर रसधार साथिया। लबों से ही झलकता है पावन प्यार साथिया। मुस्कुराता चेहरा तेरा लगता...

समय की जरूरत | Samay ki Jarurat

समय की जरूरत ( Samay ki jarurat )   जुड़ते हुए आपसी संबंधों मे कभी कभी पारंपरिक बदलाव भी जरूरी है.... समय की बदलती धारा मे चुनाव अच्छाइयों पर होना चाहिए न...

अवध पहुंचे राम रघुराई | Awadh Pahunche Ram

अवध पहुंचे राम रघुराई ( Awadh Pahunche Ram Raghurai )    शुभ बेला आज फिर आई, अवध पहुंचे राम रघुराई। लंका पर विजय जब पाई, घर घर बंट...

संस्कृति नेह का | Sanskrti Neh ka

संस्कृति नेह का ( Sanskrti neh ka )   हिंद संस्कृति नेह का,मृदुल मधुर अहसास निज संस्कृति अनन्या धरोहर, नैतिक कर्तव्य वंदन संभाल । अंतर अथाह प्रेम भाईचारा, आभा अनूप नागरिक...