प्रकृति से खिलवाड़ मत करो | Poem on prakriti
प्रकृति से खिलवाड़ मत करो
( Prakriti se khilwar mat karo )
१) प्रकृति से खिलवाड़ मत करो, कुछ सोचो अत्याचार न करो
प्रकृति है तो हमारा...
हिन्दी | Hindi Par Kavita
हिन्दुस्तान के हिन्दी हैं हम
( Hindustan ke Hindi Hai hum : Hindi Par Kavita )
१.बड़ी मधुर मीठी है ,सुन्दर है सुरीली है |
दिल को...
इन्द्र का दर्प | Kavita
इन्द्र का दर्प
( Indra ka darp )
इन्द्र...
हाँ ! इन्द्र,
आज फिर क्रूध हो चुका है !
डुबोना चाहता है सारी धरती !
क्योंकि इन्होंने चुनौती दी है,
उसके...
जिंदगी बस यूं ही | Poetry on zindagi in Hindi
जिंदगी बस यूं ही...
( Zindagi bas yuhi )
यूं ही कभी न हारना तुम,
ना खोने देना अपनी पहचान ।
यूं ही आगे बढ़ना तुम,
ना होना तुम...
तस्वीरें | Kavita
हर पल की यादें होती हैं "तस्बीरें" ||
१. हर तस्बीर कुछ कहती है ,हर तस्बीर की एक कहानी है |
हर पल थमा सा लगता...
वो बचपन के दिन | Bachpan par kavita
°°° वो बचपन के दिन °°°
( Wo bachpan ke din )
कहाँ गए बचपन के, सुनहरे प्यारे "वो" दिन ||
1. कुछ पल ही सही,पर हम...
काश कि तुमने ये बताया होता | Prem ras kavita
काश कि तुमने ये बताया होता
( Kash ki tumne ye bataya hota )
काश कि तुमने ये बताया होता
कि मैं क्यों दूर होता जा रहा...
हमारा कश्मीर | Kashmir kavita
हमारा कश्मीर
( Hamara kasmir )
--> हमारे कश्मीर की धरती , रानी भारत देश की ||
1.वो कश्मीर की यादें, वो सुनहरी वादियाँ |
हो रही हों...