Hindi mein kahani

मॉर्निंग वॉक बनाम पुष्प | Hindi mein kahani

मॉर्निंग वॉक बनाम पुष्प आप सोच रहे होंगे मॉर्निंग वॉक का पुष्प से क्या मतलब होता है l होता है जैसे ताजी हवा फूल की सुगंध रीना अपने 6 साल की बेटे के साथ बातें करते करते घूमने जाया करती थी मां का कर्तव्य भी होता है कि बच्चे को अच्छे संस्कार दे l बालक…

पिता का तोहफा

पिता का तोहफा | Short laghu katha in Hindi

पिता का तोहफा ( Pita ka tohfa )   जिंदगी के मायने कब बदल जाते हैं l पता ही नहीं चलता l रत्ना जो कल तक अपने पिता से हर चीज के लिए ज़िद करके मांग लेती थी l शादी होने के बाद रत्ना पहली बार मायके गईl उसका तीजा का व्रत वही पड़ा l…

Short story in Hindi

मां तो मां होती है | Short story in Hindi

मां तो मां होती है ( Maan to maan hoti hai )   बचपन से ही अमन और अजय साथ-साथ पले बढ़े अमन की मां अजय को बहुत प्यार करती थी वह हमेशा अमन को कुछ देने के पहले अजय को जरूर पूछती थी l ईद आने पर वह सबसे पहले उसे बुलाती थी और…

Laghu katha in Hindi

अति शीघ्रता | Laghu katha in Hindi

अति शीघ्रता  ( Ati shighrata ) शशि ने पति की गाड़ी पर बैठे बैठे एक व्यक्ति को तेज रफ्तार गाड़ी चलाते हुए देखा उसकी मोटरसाइकिल का साइड स्टैंड लटक रहा था उसने पति से कहा थोड़ा तेज चला कर इसे आगाह कर दो पति ने वैसा ही किया जैसे ही उससे कहा l अपना स्टैंड…

Parvat parvat shikhar shrinkhala

पर्वत पर्वत शिखर श्रृंखला | Parvat parvat shikhar shrinkhala

पर्वत पर्वत शिखर श्रृंखला ( Parvat parvat shikhar shrinkhala )   पर्वत पर्वत शिखर श्रृंखला, मेघ दिखे घनघोर घटा। अवनि को अम्बर ने देखा,प्रेम मिलन की प्रथम छंटा। आएगी ऋतु बार बार पर, प्रियतम बोलो कब आओगे, कल कल छल छल निर्मल जल,सागर मे मिलती खोल जटा।   उपरोक्त कविता सुनने के लिए ऊपर के…

Bargad laghu katha

बरगद | Bargad laghu katha

बरगद ( Bargad ) डॉ अलका अरोडा जी की मानवीय मूल्यों को जीवन्त करती लघुकथा   सुबह सुबह प्रेम की एसी झडी मैं पतिदेव से पूछ ही बैठी – प्रेम की यह छुअन स्वाभाविक नहीं जी !! स्त्री का मन प्रेम के बनावटीपन को पहचानने की शक्ति रखता है । बताओ क्या बात है क्यूं…

Hindi katha

अनोखा रिश्ता | Hindi katha

अनोखा रिश्ता ( Anokha rista : Hindi kahani )   कुर्सी पर बैठी 50 वर्षीय निता आग बबूला थी और गुस्से में बडबडा़ रही थी – ” इतनी मजाल कि मेरी बेटी पर हाथ उठाया? क्या समझता है अपने आप को?  मैंने कभी हाथ नहीं उठाया और ये दो साल में ही मेरी फूल सी…

मानव धर्म

मानव धर्म | Ek laghu katha

हर हर गंगे जय राधे कृष्ण आदि उच्चारणों के सत्तो मौसी हमेशा ही सब सुगह मन्दिर जाती उनकी पूजा टोकरी हमेशा ही सामग्री से भरी रहती वह अपनी पूजा की टोकरी का ध्यान से ज्यादा रखती कोई उनकी टोकरी के पास से भी जाये यह उन्हें मन्जूर नहीं था। खासकर वह छोटी वालो से हमेशा…

Chhoti hindi kahani

आज की कीमत | Chhoti hindi kahani

आज की कीमत ( Aaj ki kimat )   एक व्यक्ति था। बड़ा ही गरीब। दीन हीन।सब तरफ से दुखों से घिरा हुआ। एक रात वह सोया हुआ था कि सपने में उसने देखा कि वह भगवान के दरबार मे पहुंच गया है। दरबार सजा हुआ है। भगवान एक बहुत ही भव्य सिंहासन में आलीशान…

Rochak kahani

बेबफाई का दर्द | Rochak kahani

बाबुजी, क्या आप मेरी कहानी मैगजीन में छपवा देगें? तभी मेरे कानों में ये आवाज आयी। मैने चौंक कर चारो तरफ देखा, सामने मेहदी की बाड़ के पास एक सहमी सी लड़की खड़ी थी, वो बड़ी हसरतों से मेरी तरफ देख रही थी। उसकी बड़ी-बड़ी झील सी आँखें मानो मूक भाषा में मुझसे कुछ कह…