माया का बंधन

माया का बंधन | Maya ka Bandhan

माया का बंधन माया का बंधन हमको छलताप्रेम फिर भी मन में पलतायह राज न जाने कोई ।मां का बंधन सबको प्यारासारा जग यह जानता ।प्रेम माँ का होता निश्छलसारा जग यह मानता ।भूखे रहकर खाना देतीसहती रहती कुछ न कहतीयह राज न जाने कोई ।कई रूप होते बंधनो केबुझना होता कठिन ।जन्म देना सरल…

श्याम रंग नीला है या काला

दरस दिखाओ मेरे कान्हा

दरस दिखाओ मेरे कान्हा दरस दिखाओ मेरे कान्हा, छेड़ो तुम मुरली की तान।हिया बावरा तुमको चाहे, जागे कितने हैं अरमान।। तेरी जोगन तुझसे पूछे,तेरा उर है क्यों पाषाण?पथ में कंटक और अंधेरा, लगता राह नहीं आसान।।द्वार निहारूं कब आओगे, सुनो सांवरे दे दो भानदरस दिखाओ मेरे कान्हा, छेड़ो अब मुरली की तान।। भोर मनोरम साँझ…

तेरी यादों के

तेरी यादों के | Teri Yaadon Ke

तेरी यादों के ( Teri Yaadon Ke ) तेरी यादों के मेघों से ,हर निशा दिवस ही मंगल है ।जो सीच रहा मन-मरुथल को ,वो मेघ सलिल गंगाजल है।। वर्षों से बरखा रूठ गई ,इस मुरझाई फुलवारी से।अब नील गगन को ताक रहे, मन मारे किस लाचारी से ।कब भाग्य विधाता रीझ सके ,उच्छवासों की…

मंदाकिनी बहने लगे

मंदाकिनी बहने लगे

मंदाकिनी बहने लगे तार वीणा के छिड़े तो , बस एक स्वर कहने लगे ।छेड़ ऐसी रागिनी दो , मंदाकिनी बहने लगे । गूँजती हैं फिर निरंतर , वेद मंत्रों की ऋचाएं ।अग्नि कुंडों में कहाँ तक, प्यार की समिधा जलाएं ।हम अमा की पालकी में , पूर्णिमा कितनी बिठाएं ।क्यों अकेले ही विरह की…

वो रोज दुनिया की

वो रोज दुनिया की चौखट पे बिकता है !

वो रोज दुनिया की चौखट पे बिकता है ! न हिन्दू दिखता है न मुस्लिम दिखता हैवो जो रोटी के लिये लड़ता हुआ आदमी हैवो रोज दुनिया की चौखट पे बिकता है ! अपने काम से अपने राम सेनिशदिन पड़ता है जिसका वास्ताअपनी रोजी से अपने रोज़े सेअलहदा नहीं है जिसका रास्ताउसकी आदत कोउसकी चाहत…

seema

जलाना एक दीपक

जलाना एक दीपक ( माधव मालती छंदाधारित गीत ) देहरी पर आज अंतस के जलाना एक दीपकफेर कूची द्वेष पर तुम जगमगाना एक दीपक। घर तुम्हारा रौशनी से झिलमिलाता ठीक है येपर्व खुशियों के मनाता गीत गाता ठीक है येद्वार अंधेरा पड़ोसी का अगर है व्यर्थ है सबसामने कोई विकल तो हर्ष का कुछ अर्थ…

यह दिलकशी तुम्हारी

यह दिलकशी तुम्हारी | Yeh Dilkashi Tumhari

यह दिलकशी तुम्हारी ( Yeh Dilkashi Tumhari ) दिल को लुभा रही है यह दिलकशी तुम्हारी।नींदें चुरा रही है यह दिलकशी तुम्हारी। यह चांद सी जवानी यह ज़ाफ़रानी रंगत।फिर उसपे ओढ़नी की यह आसमानी रंगत।सच पूछिए तो जानू रह-रह के मेरे दिल में।हलचल मचा रही है यह दिलकशी तुम्हारी।नींदें चुरा रही है यह दिलकशी तुम्हारी।…

मुह़ब्बत के वादे निभाने की रुत है

मुह़ब्बत के वादे निभाने की रुत है

मुह़ब्बत के वादे निभाने की रुत है मुह़ब्बत के वादे निभाने की रुत है।यही तो नशेमन सजाने की रुत है। ख़िज़ाएं बहारों में ढलने लगी हैं।फ़िज़ाएं भी करवट बदलने लगी हैं।न यूं दूर जाओ निगाहें चुरा कर।यही तो निगाहें मिलाने रुत है।मुह़ब्बत के वादे निभाने की रुत है। गुलाबों का शाख़ों पे हिलना तो देखो।ये…

बापू 

जन-जन प्रेरक बापू नाम | Jan-Jan Prerak Bapu Naam

जन-जन प्रेरक बापू नाम ( Jan-Jan Prerak Bapu Naam ) रघुपति राघव राजा राम,पतित पावन सीता राम–2अमर सदा गाँधी का नाम,जपते राम अहिंसा काम-2रघुपति राघव——– सत्य, धैर्य,प्रिय राम का नाम,व्यक्तित्व रहा चलता अविराम।सत्याग्रह आंदोलन ठान,आजाद कराया हिन्दुस्तान ,जीवन रहा जेल के नाम ,जन-जन प्रेरक बापू नाम।बापू जपते राम का नाम,जीवन पर्यन्त अहिंसा काम।रघुपति राघव—— मीठी…

मनभावन

मनभावन | Manbhawan

मनभावन ( Manbhawan ) मनभावन प्रतिबिम्ब तुम्हारे ,जब सुधि में उतराये हैं ।पाँव तले कंटक भी हों यदि हम खुलकर मुस्काये हैं ।। क्या दिन थे वे जो कटते थे लुकाछिपी के खेलों मेंबन आती थी अनायास जब मिल जाते थे मेलों मेंचूड़ी ,कंगन ,बिंदिया, गजरा देख-देख हर्षाये हैं ।।मनभावन ————— बागों में हर दिवस…