श्याम लाल गुप्त पार्षद

श्याम लाल गुप्त पार्षद : झंडा ऊंचा रहे हमारा

पिछले 75 वर्षों में प्रत्येक स्वतंत्रता दिवस हो या गणतंत्र दिवस हो जिस एक गीत को सबसे ज्यादा बच्चे गाते हैं वह है- झंडा ऊंचा रहे हमारा विजई विश्व तिरंगा प्यारा । बच्चे जाने या ना जाने इस गीत को किसने लिखा है परंतु गाते अवश्य हैं ।इस महान गीत के रचयिता थे- श्यामलाल गुप्त…

महाराजा छत्रसाल के गुरु प्राणनाथ

बुंदेलखंड केसरी महाराजा छत्रसाल के गुरु प्राणनाथ

गुरु का हाथ यदि शीश पर रख जाए फिर उन्नति के रास्ते अपने आप प्रशस्त होते जाते है l हर बच्चे के जीवन में उसके गुरु का एक अलग ही स्थान होता है l आज हम बात करेंगे बुंदेलखंड के एक ऐसे शूरवीर के बारे में जिसके गुरु के ज्ञान और आशीर्वाद ने उन्हे बुंदेलखंड…

Hindi poem on Hindi bhasha

आज का विचार – मंथन

वैसे तो इस जगत में असंख्य कवि और साहित्यकार जन्म लिये , लेकिन ; उसी कवि या साहित्यकार की कविता या लेखनी का मूल्य और महत्व होता है, जिसके कथनी और करनी में अंतर नहीं होता है। वर्ना ऐसे तो कितने ही असंख्य कविगण आए और चले गए । ठीक इसी तरह हिन्दी दिवस मनाने…

किसान | लघूलेख

किसान | लघूलेख

राष्ट्र की आत्मा किसान ही हैं इसमें कोई संदेह नहीं । हमारे भारत देश की अर्थव्यवस्था किसानी पर ही निर्भर हैं । जिस किसान को हम देश की आत्मा मानते हैं वही किसान अन्नदाता आज कर्ज के बोझ तले दबकर आत्महत्या कर रहा हैं । आज भारत अधूनिक युग की ओर अग्रसर हो रहा हैं…

” निज भाषा उन्नत अहै सब भाषा को मूल “

” निज भाषा उन्नत अहै सब भाषा को मूल “

“निज भाषा उन्नत अहै सब भाषा को मूल “यानी अपनी भाषा से ही हम वास्तविक उन्नति कर सकते हैं। निज मतलब अपनी स्वयं की भाषा।मातृभाषा ,राजभाषा, राष्ट्रभाषा ही असली भाषा है जो राष्ट्र का और नागरिकों का सही अर्थों में उच्चकोटि का विकास कर सकती है। भारत की राष्ट्रीय भाषा, जनसंपर्क भाषा, राजकीय भाषा हिंदी…