Kallu ki insaniyat

कल्लू की इंसानियत | Hindi Kahani

कल्लू की इंसानियत ( Kallu ki insaniyat ) इक पड़ोसी ने दूसरे पड़ोसी से कहा ये जो नया पड़ोसी कल्लू आया है एकदम खराब है यह अच्छा इंसान नहीं है, यह सुनकर दूसरे पड़ोसी ने तीसरे से कहा ये जो नया पड़ोसी आया है बहुत खराब है । तीसरे ने चौथे से कहा, चौथे ने…

जानेमन

जानेमन | Hindi Kahani

उर्मि के कदमों में आज तेजी थी। हर दिन से आज 10 मिनट देर से थी वह। सुबह वह भूल ही गयी थी कि आज शुक्रवार है और स्टेशन पर कोई उसका इंतजार कर रहा होगा। कैंट स्टेशन जाने वाली सड़क हर रोज की तरह गुलजार थी। स्टेशन और शहर को जोड़ने वाली यह इकलौती…

कसम तोड़ दी हमने

Kahani | कसम तोड़ दी हमने

कसम तोड़ दी हमने ( Kasam Tod Di Humne )   आज फिर कैलेंडर में 12 तारीख देखकर ओवैस की आंखों में नमी उतर आई, उसके हाथ फिर खत लिखने को मचल उठी और वह खत लिखने बैठ गया लेकिन किसे ? सोचते – सोचते उसका ज़हन अतीत के गहरे कुएं में उतर गया, उंगलियां…

मुझे आजाद कर दो

Laghukatha | मुझे आजाद कर दो

वेंटिलेटर पर पड़ी वह बार-बार एक ही बात बोले जा रही है “मैं मर जाना चाहती हूं,प्लीज मुझे मर जाने दो।” जिंदगी और मौत के बीच झूलती उस लड़की को जिंदगी से इस कदर नफरत हो गयी है कि अपने हाथों से ऑक्सीजन मास्क,तमाम नलियां नोचने की कोशिश कर रही है। नर्सें उसके दोनों हाथ…

दहेज़ एक मज़ाक : लघुकथा

Hindi Laghukatha | Kahaniya -दहेज़ एक मज़ाक : लघुकथा

दहेज़ एक मज़ाक : लघुकथा ( Dahej Ek Mazak : Laghukatha ) लाला नारायण दास की शहर में सुनार की बहुत बड़ी दुकान है । आज उनकी दुकान पर उनके एक पुराने मित्र रत्नसेठ आए । उनका कारोबार भी अच्छा चल रहा है। औपचारिक अभिवादन के बाद रतन सेठ उनसे अपनी बेटी के लिए, उनके लड़के…

टिकैत बाबा और मनचाहे गीत

Hindi Kahani | Kahani टिकैत बाबा और मनचाहे गीत

तब रामू की उम्र 13-14 वर्ष रही होगी जब वह अपनी भैंस चराने दूर खेतों में ले जाता था। हर रोज दोपहर 3 बजे स्कूल से आने के बाद वह झटपट खाना खाता और अपनी प्यारी छड़ी ( जिसे वह भैंस चराने के लिए उपयोग करता था ) लेकर भैंस खूंटे से छोड़ देता। भैंस…

जंगल में चुनाव
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व्यंग्यात्मक लघुकथा | जंगल में चुनाव

जंगल में चुनाव ( व्यंग्यात्मक लघुकथा ) ( Jangal Mein Chunav ) शहर की भीड़-भाड़ से दूर किसी जंगल में एक शेर रहता था । जिसका नाम शेरख़ान था । अब वह बहुत बुढ़ा हो चुका था इसलिए उसे अपने खाने-पीने  व शिकार करने में बहुत परिश्रम करना पड़ता था। परन्तु शेरख़ान के जवानी के दिनों…

खरगोश को हुआ चिकन पॉक्स

Panchtantra Ki Kahani | खरगोश को हुआ चिकन पॉक्स

खरगोश को हुआ चिकन पॉक्स ( पंचतंत्र की कहानी ) एक बार की बात है। एक जंगल में बिन्नी नाम का एक खरगोश रहता था। एक दिन वह पेंटिंग बना रहा था। तभी जैकी जैकाल खुश होकर चिल्लाते हुए कहता है “बिन्नी खरगोश चलो अब तुम मेरे पेट मे जा कर वहीं पर पेंटिंग बनाना”। खरगोश डर…

चुहिया की शादी

चुहिया की शादी

चुहिया की शादी ( पंचतंत्र की कहानी )   गंगा के तट पर तपस्वियों का एक समूह रहता था। जहां पर बहुत सारे सन्यासी/तपस्वी गंगा के तट पर तप किया करते थे। उनमें से एक सन्यासी थे – याज्ञवलक्य। एक बार महाऋषि गंगा नदी में खड़े होकर प्रार्थना कर रहे थे, तो अचानक से एक…

राजा की तीन सीख

राजा की तीन सीख Hindi kahani

बहुत साल पहले एक प्रतापी राजा रहते थे। उनके तीन बेटे थे। राजा अपने बेटों को योग्य शासक के बनाने के लिए उनकी शिक्षा-दीक्षा के लिए अच्छी व्यवस्था करते हैं। राजा अपने बेटों को हर विद्या में पारंगत बनाना चाहते थे, जिससे राजा के बाद उनके पुत्र उनके राज्य को संभाल योग्य हो सके। तीनो…