पाती पढ़ी जो प्रेम की

पाती पढ़ी जो प्रेम की

पाती पढ़ी जो प्रेम की   हिरनी सी कुलांचे भरती बल्लियो मै उछलती पाती पढ़ी जो प्रेम की । दिन महीने सा लगे पाती के इंतजार में दिखती द्वारे पर खड़े पाती के इंतजार में हाथ में पाती जो आती अँखियां पहले मुस्कुराती पाती पढ़ी जो प्रेम की । दबे पाँव सम्हल चलती पाती पढ़ने…

प्रीत बनी अहिल्या | Preet Bani Ahilya

प्रीत बनी अहिल्या | Preet Bani Ahilya

प्रीत बनी अहिल्या ( Preet Bani Ahilya )   अगर दिल गोकुल है मेरा ,तो धड़कन बरसाना है। दिल है यहां धड़कन है वहां ,फिर भी एक तराना है। ‌ सांसों की लहरों में हलचल ,होती तेरे आने से। जग की सीमांतों को लांघ के ,प्रेम नगर बसाना है।। अगर दिल गोकुल है मेरा, तो…

मेरी जिंदगी में

मेरी जिंदगी में तू बहार बनकर आई है

मेरी जिंदगी में तू बहार बनकर आई है   खिल उठा मन मेरा, खुशियों की घड़ियां छाई है। जब से मेरी जिंदगी में तू, बहार बनकर आई है। मेरी जिंदगी में तू बहार तेरा हंसना यूं मुस्काना, हौले हौले से गौरी शर्माना। तुम मेरे दिल की धड़कन हो, गया है दिल दीवाना। तुझ संग लगती…

कितना खूबसूरत शब्द है माँ

कितना खूबसूरत शब्द है माँ

 माँ कितना खूबसूरत शब्द है माँ जिसे सुनकर बढ़ जाती है चेहरे की चमक सीने से बहने लगती है गंगा जमुना की धारा दिल की टहनी पर फूटने लगती हैं फूलों की कोंपलें कितना खूबसूरत शब्द है माँ जिसे सुनते ही कानों में बजने लगती हैं घण्टियाँ पैरों में आ जाती है अजब-सी शक्ति बाहें…

Geet Man ka Mail

मन का मैल | Geet Man ka Mail

मन का मैल ( Man ka Mail )    मन का मैल नहीं धोया तो 1.मन का मैल नहीं धोया तो, क्या होता है नहाने से दिल मे नहीं दया घ्रणा है,तो क्या होता है दिखावे से | घर मे भूँखी माँ बैठी है,पिता की उमर ना कमाने की | बेटा बाहर भंडारे लगवाये,कुछ होड…

Geet Yah Aag Abhi

यह आग अभी | Geet Yah Aag Abhi

यह आग अभी ( Yah Aag Abhi )   यह आग अभी तक जलती है ,मेरे आलिंगन में। स्वर मिला सका न कभी कोई ,श्वासों के क्रंदन में ।। जब छुई किसी ने अनायास ,भावुक मन की रेखा । दृग-मधुपों ने खुलता स्वप्नों, का शीशमहल देखा। खिल उठे पुष्प कब पता नहीं ,सारे ही मधुवन…

श्रमिक दिवस समर्पित गीत

श्रमिक दिवस समर्पित गीत

श्रमिक दिवस समर्पित गीत   तुम वर्तमान के पृष्ठों पर ,पढ़ लो जीवन का समाचार । क्या पता कौन से द्वारे से ,आ जाये घर में अंधकार।। आशा की किरणें लौट गयीं ,बैठी हैं रूठी इच्छायें प्रात: से आकर पसर गईं ,आँगन में कितनी संध्यायें इन हानि लाभ की ऋतुओं में, तुम रहो सदा ही…

Geet Yahi Haal Idhar Bhi Hai

यही हाल इधर भी है | Geet Yahi Haal Idhar Bhi Hai

यही हाल इधर भी है ( Yahi Haal Idhar Bhi Hai )   बेताबी बेचैनी होती, धड़कनों में धक-धक सी है। घबराहट सी होती दिल में, यही हाल इधर भी है। दिल में धक-धक सी है इंतजार की वो घड़ियां, गीतों की सजती है कड़ियां। मन का सागर ले हिलोरें, सावन की बरसे झड़िया। प्रीत…

Geet Patjhad

पतझड़ सावन बन जाता है | Geet Patjhad

पतझड़ सावन बन जाता है दुआओं से झोली भरकर जब जीवन मुस्कुराता है। सारी बलाएं टल जाती पतझड़ सावन बन जाता है। पतझड़ सावन बन जाता है रोज शिवालय शिव की पूजा गंगाजल जो पाता है। हर हर महादेव कंठो से सुबह शाम जो भी गाता है। बिगड़े सारे काम बनते वो कीर्ति पताका लहराता…

Geet Bhulna Acha Lagta Hai

भूलना अच्छा लगता है | Geet Bhulna Acha Lagta Hai

भूलना अच्छा लगता है ( Bhulna Acha Lagta Hai )   वो काली अंधियारी रातें, अपनों की तीरों सी बातें। रह रहकर दर्द दे जाए, संकट में ना साथ निभाते। भूलना अच्छा लगता है बीत गई जो दुख की घड़ियां, यादें चैन नहीं दे पाती। चिंता चिता स्वाहा करके, जिंदगी को आग लगाती। अपमान ईर्ष्या…