देश अब तुम्हें पुकारे
देश अब तुम्हें पुकारे
वापस आओ देश के लालो
देश अब तुम्हें पुकारे
देखो हाल इस धरती का
जो तुम कर गए हमारे हवाले
वापस आओ देश के लालो
देश अब तुम्हें पुकारे
भूल गए सब तुम्हारी कुर्बानी
लहू तुम्हारा बहा कटे हाथ और पैर
मां बहन पत्नी और बेटी
रोती थी तब घर में अकेली
वापस आओ देश के लालो
देश अब तुम्हें पुकारे
सुखदेव भगत राजगुरु ने हंसकर दी फांसी
सुभाष नेहरू गांधी सरदार झांसी की रानी
और न जाने कितने शहीदों की कुर्बानी
खून बहा जैसे पानी दिन और राती
वापस आओ देश के लालो
देश अब तुम्हें पुकारे
कहते!कहते अब देश आजाद हुआ
जब मंदिर मस्जिद का निर्माण हुआ
देश में हजारों वीर शहीद हुए तब देश बचाया
गोली खाकर प्राणों को निछावर किया
वापस आओ देश के लालो
देश अब तुम्हें पुकारे

अनीता सिंह
शिक्षक, वि.ख.करेली
जिला-नरसिंहपुर