नैया ला मोर तार देना
नैया ला मोर तार देना
मेहा आएवं गणेश तोर दुवारी।
करइया तैं हावस मुसवा के सवारी।।
विपदा ला मोर गणपति जी टार देना।
नैया ला मोर गणपति जी तार देना।।
अरजी करथवं मेहा महाराज तोर।
छाए हावय अंधियारा सब्बो ओर।।
मोला तेहा गणपति जी उबार देना।
नैया ला मोर गणपति जी तार देना।।
पूजथे तोला गजानन सरी संसार।
हावस विघ्नहर्ता दया सागर अपार।।
सब्बो दुष्ट ला गणपति जी मार देना।
नैया ला मोर गणपति जी तार देना।।
भादो के महीना हावय चतुर्थी तिथि।
आएहस महाराज बनके मोर अतिथि।।
खुशी के पहिरा गणपति जी हार देना।
नैया ला मोर गणपति जी तार देना।।
गौरी के लाल मनाववं बारम्बार।
बोहा दे तेहा अपार भक्ति के धार।।
जनम के मिलवा गणपति जी सार देना।
नैया ला मोर गणपति जी तार देना।।
रचयिता – श्रीमती सुमा मण्डल
वार्ड क्रमांक 14 पी व्ही 116
नगर पंचायत पखांजूर
जिला कांकेर छत्तीसगढ़