करवाचौथ का | Karwa Chauth Ka
करवाचौथ का
दिख रहा दीवाना जन-जन तुमको करवा चौथ का
भरना होगा आज दामन तुमको. करवा चौथ का
हाथ खाली आ गये लाये नहीं उपहार कुछ
ध्यान तो रखना था साजन तुमको करवा चौथ का
कर दिया क्या क्या निछावर मैंने तुम पर प्यार से
याद दिलवायेगा दर्पन तुमको करवा चौथ का
प्यार से पानी पिलाना खोलूँगी उपवास तब
दे ही देगा कुछ दुआ मन तुमको करवा चौथ का
सज सँवरने में लगेगी और थोड़ी देर कुछ
फिर घुमाऊँगी मैं गुलशन तुमको करवा चौथ का
घिर गया है चाँद बादल में नज़र आता नहीं
अब्र लगता होगा दुश्मन तुमको करवा चौथ का
इस जुदाई में यही बस सोचती साग़र हूँ मैं
याद क्या आता नशेमन तुमको करवा चौथ का
कवि व शायर: विनय साग़र जायसवाल बरेली
846, शाहबाद, गोंदनी चौक
बरेली 243003
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