हॉकी का कांस्य पदक | Kavita Hockey Kansya Padak
हॉकी का कांस्य पदक
( Hockey Kansya Padak )
भारत के शेरों ने फिर परचम लहराया है।
पेरिस में हॉकी का कांस्य पदक आया है।
जुनून,जज़्बे ने दिलों को जीत लिया मधुर।
गर्व से भारतवासियों का सिर ऊंचा उठाया है।
हॉकी के मैदान में तिरंगा शान से फहराया है।
हर चुनौती को वीरों ने वीरता से अपनाया है।
जीत की ये राहें हमें नए रास्ते दिखातीं हैं मधुर।
भारत ने दुनिया को अपना दमखम दिखाया है।
ये जीत ही नहीं,नयी दास्तां का नया आगाज है।
श्रीजेश,हरमनप्रीत,हार्दिक के हिम्मत पर नाज है।
हर दिल में गूंजती रहेगी ये जीत की गाथा मधुर।
भारत के शेरों का ये अपना अलग ही अंदाज है।
खून पसीने से सींचे सपने का तुमने प्रमाण दिया।
कांस्य पदक ही नहीं,भारत का ऊंचा मान किया।
हताशा निराशा रुकावटों को भूलकर तुमने मधुर।
हर भारतीय को मान,सम्मान और स्वाभिमान दिया।
सुन्दर लाल डडसेना”मधुर”
ग्राम- बाराडोली,पोस्ट-पाटसेन्द्री, तह.-सरायपाली,
जिला-महासमुंद(छ.ग.)