लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ उदय का नाम

मन में अगर कुछ करनें का जुनून हो तो तमाम मुसीबतों को मात देकर भी इतिहास रचा जा सकता है। जी हां! ऐसा ही कुछ कर दिखाया है राजस्थान अजमेर जिले के गांव अरांई के रहने वाले गणपत लाल उदयसुपुत्र स्वर्गीय सोहन लाल उदय ने।
अनेंक साहित्यिक पटलों एवं ग्रुपों से जुड़े गणपत लाल उदय जो कि सैनिक कवि के नाम से जानें जाते है लगभग 30 वर्षों से निरन्तर आपका लेखन चल रहा है लेखन की विभिन्न विधाओं में आपने अपनी कलम
चलाई है जिसमें कविता, कहानी, मुक्तक, यात्रा वृत्तान्त, जीवनी, बाल साहित्य आदि है अनेंक विधाओं में आपकी लेखनी का प्रभाव माना गया है।

आपकी अधिकतर रचनाएं देशभक्ति एवं राष्ट्रप्रेम की भावना से ओतप्रोत है एक उज्ज्वल क्षितिज की और बढ़ने की नई भावना के साथ यह सराहनीय है कि आपने वर्ड रिकॉर्ड बनाया है आप अब तक लगभग 3000 कविताएं लिख चुके है जो करीब 400 सांझा संग्रहों में प्रकाशित है स्वयं की लिखी दो एकल पुस्तकें “सैनिक की कलम से” और “सेवा भक्ति के प्रतीक” भी प्रकाशित है जो अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध है सेना में सेवा करते हुए आपने साहित्य में एक विशेष पहचान बनाई है।

यह वर्ड रिकॉर्ड धैर्य और साहस की एक और सबसे बड़ी उपलब्धि है हां इससे पहले भी विश्व रिकॉर्ड बनें सात साझा संकलनों में उदय सहभागिता सुनिश्चित कर चुके है लेकिन यह रिकॉर्ड स्वयं की मेहनत, गुरुजनों, माता-पिता का आशीर्वाद परिवार और देश-दुनिया से चाहने वालें बुद्धिजीवी साथियों के बिना अधूरा था।
साथ ही सोशल मीडिया, संस्कार न्यूज, साहित्य रचना, द साहित्य, कलमकार पोर्टल, अजमेरनामा एवं अनेंक ऐसे साहित्यिक पटल इसके सहभागी है जिन्होंने मेरी रचनाओं को सम्पूर्ण विश्व में फैलाया।
सेना में कार्यरत होने के कारण सैनिक कवि उदय अनेंक कार्यक्रमों में अपनी उपस्थिति मंच/स्टेज पर नहीदे पाते है क्यों कि सेना में जब चाहे तब छुट्टी नहीं मिलती हां छुट्टियों में रहते है तब अवश्य शामिल होते है इनके अधिकतर सम्मान-पत्र, ट्रॉफी, मेडल एवं पुस्तकें स्थानीय पते पर डाक के द्वारा ही आते-जाते है। हां साहित्यिक ग्रुपों, पटलों से सम्पर्क/बात होती रहती है।


इन्होंने रिकॉर्ड तो और भी बनाएं है लेकिन यह वर्ड रिकॉर्ड उदय के जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है जो डाक द्वारा इनके स्थानीय पते पर सर्टिफिकेट, मेडल और ट्राॅफी अब आएंगी। उदय द्वारा रचित रचनाओं में उच्च आदर्श, जीवन मूल्य तथा मानवोचित व्यवहार के दर्शन मिलते है।

वर्ड रिकॉर्ड की बात सुनकर उदय के परिवार, समाज और गांव में बहुत ख़ुशी की लहर है साथ ही बटालियन के साथियों और अधिकारियों के द्वारा बधाई एवं शुभकामनाएं भी मिल रही है।
जय हिन्द जय हिन्दी जय हिन्दुस्तान

 

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कवि रमाकांत सोनी कवि प्रदीप सम्मान से सम्मानित

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