वतन की शान में देशभक्ति काव्य गोष्ठी व पुस्तको का विमोचन हुआ
वतन की शान में देशभक्ति काव्य गोष्ठी व पुस्तको का विमोचन हुआ
एसोसियेषन ऑफ़ अलायन्स क्लब्स इंटरनेशनल व राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था ‘शब्दाक्षर’ के तत्वावधान में गणतंत्र दिवस बसंतोत्सव के अवसर पर जांगिड अस्पताल में वतन की शान में देशभक्ति कवि गोष्ठी व दो पुस्तकों का विमोचन का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ दयाशंकर जांगिड ने की व मुख्य अतिथि भाजपा किसान मोर्चा राजस्थान की उपाध्यक्ष डाॅ सुमन कुल्हरी गढ़वाल, मुख्य वक्ता सेवानिवृत इंजीनियर श्री भंवरलाल जांगिड तथा विषिष्ट अतिथि समाजसेविका व कवयित्री उषा मानसिंहका , नवीन कुमार प्राचार्य एस.एन स्कूल, डाॅ सत्येन्द्र सिंह प्राचार्य पोदार काॅलेज व प्रांतपाल अब्दुल जब्बार खोखर व सुबोध स्कूल के निदेशक सुशील मील मंचासीन थे।
कार्यक्रम के संयोजक रमाकांत सोनी ने बताया कि इस अवसर पर नवलगढ़ के इतिहास मे पहली बार एक साथ दो पुस्तकों का विमोचन किया गया।
राजश्री साहित्य अकादमी में निदेशक के पद पर रहे शिक्षक कवि महेन्द्र कुमार कुमावत की रचित पुस्तक ‘‘काव्य स्पंदन’’ का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। उनका अलायंस अंतराष्ट्रीय पिन देकर सम्मान भी किया गया।
इसी प्रकार हिंदी विशेषज्ञ डाॅ अनिल कुमार शर्मा व्याख्याता पोदार काॅलेज की पुस्तक ‘मेधावी हिंदी व्याकरण एंव रचना’ पुस्तक का विमोचन किया गया। उनका भी अंतराष्ट्रीय पिन देकर सम्मान भी किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता इंजीनियर भंवरलाल जांगिड ने अपने उदबोधन में इन दोनो लेखकों को बधाई दी। आपने कहा ये पुस्तकें समाज हित मे रचित है उसके लिये उनको साधुवाद दिया। आपने कहा कि आज की शिक्षा प्रतियोगी है विद्यार्थियों का संर्वांगीण विकास नही होता।
प्राचीन भारत में गुरूकुल पदति से विद्या प्रदान की जाती थी। भारत विश्व गुरू था। हमें अगर फिर विश्व गुरू बनना है तो पुरानी शिक्षा पदति को भी साथ लेकर लोगो को संस्कार युक्त विद्यार्थी बनाना है। डाॅ सुमन कुल्हरी ने अपने उदबोधन में कहा कि आज की शिक्षा मे खामियां है हम सब मिलकर इस ओर घ्यान देंगे तभी युवाओं का चरित्र निर्माण होगा।
आने वाली पीढी पर हमें पूरा घ्यान देना है ताकि विष्व मे फिर एक बार हमारे देश का डंका बजे। आपने दोनो लेखकों को अपनी रचनाओं के लिये साधुवाद दिया। उषा मानसिंहका व डाॅ सत्येन्द्र सिंह व सुशील मील ने भी लेखकों को बधाई दी।
नवीन कुमार शर्मा ने अपनी काव्य शैली में लेखको का सम्मान किया और कहा कि यद्वपि नई शिक्षा नीति अब आ रही है जो विद्यार्थियों का पढाई के साथ साथ सर्वांगीण विकास करेगी।
अध्यक्षता करते हुये डाॅ जांगिड ने कहा कि कविता सृजन मानव मस्तिष्क के लिये उपयोगी है व्याकरण विद्यार्थियों के लिये बहुत ज्यादा उपयोगी है ज्यादातर शिक्षक व्याकरण पर कम ध्यान देते है और विद्यार्थी गलतियां करते है।
दोनों लेखको ने एक साथ कार्यक्रम आयोजित करवाकर नवलगढ़ का इतिहास बनाया है। नवलगढ़ में बहुत कम कवि हुये है जिनकी कविताओं का संकलन पुस्तकों में समाया है। इस अवसर पर कवि गोष्ठी का आयोजन हुआ।
कवि पवन पारस ने हास्य रस से सराबोर रचनाओं से सबको गुदगुदाया। कवि सुरेष कुमार जांगिड रमाकांत सोनी, जगदीश प्रसाद जांगिड, सज्जन जोशी रिद्धकरण बासोतिया ने देशभक्ति की कवितायें सुनाई।
कार्यक्रम पूर्व मल्टीपल चेयरमेन मोहनलाल सैनी, पूर्व प्रांतपाल सी एल सैनी, मुरली मनोहर चोबदार, डाॅ मनीष जांगिड, डाॅ मीनाक्षी जांगिड डाॅ षिखरचंद जैन, ओमप्रकाष गुप्ता में के.के डीवडानिया, पंकज शाह सुहित पाडिया, नेमीचंद चोबदार, अनिल बिरोलिया, फूलचंद सैनी, डाॅ कैलाश शर्मा गोविंद, भवानी शंकर सैनी, राजेश जैन, टी.एम त्रिपाठी, गणेश सोनी, ओमप्रकाश सैन, रमेश सेकसरिया, शिवकुमार रोलन, नरेन्द्र कुमावत, दयाराम मिश्र व जांगिड अस्पताल के कर्मचारियो ने भाग लिया।
कार्यकम का सफल संचालन डाॅ अनिल कुमार शर्मा व संस्था जिलाध्यक्ष रमाकांत सोनी ने सभी का आभार जताया। राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम का समापन व अल्पाहार किया गया।
DR. DAYASHANKAR JANGID
( JANGID HOSPITAL NAWALGARH )
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