प्रभु श्री राम आएंगे | Prabhu Shri Ram Aayenge
प्रभु श्री राम आएंगे
( Prabhu Shri Ram Aayenge )
कलयुग का कलुष मिटाने ,प्रभु श्री राम आएंगे
ऊर्जस्वित अब हर कदम,
मुखारबिंद जय श्री राम ।
दर्शन आतुर नयन पलक,
निशि दिन सुबह शाम ।
सर्वजन संताप हर कर,
हर्ष उत्साह उमंग जगाएंगे ।
कलयुग का कलुष मिटाने, प्रभु श्री राम आएंगे ।।
उर भाव मृदुल मधुर,
संबंध अपनत्व स्पंदन ।
शब्द अर्थ अभिव्यंजना ,
जनमानस आदर्श मंडन ।
प्रकृति सेवा उपकार संग,
मानवता उपवन महकाएंगे ।
कलयुग का कलुष मिटाने,प्रभु श्री राम आएंगे ।।
शासन तंत्र स्वच्छ छवि,
प्रजा सेवा उत्तम केंद्र ।
परहित काज आनंदिनी,
सुख वैभव स्वर सुरेंद्र ।
संस्कार मर्यादा निर्वहन अहम,
नैतिकता परचम लहराएंगे ।
कलयुग का कलुष मिटाने,प्रभु श्री राम आएंगे ।।
घर द्वार अयोध्या उपमित,
पावनता सरित प्रवाह ।
परिवेश आभा नवल धवल,
निम्न सोच विचार स्वाह ।
सनातन धर्म पुनीत प्रतिष्ठा,
घट घट नव ज्योत जलाएंगे ।
कलयुग का कलुष मिटाने, प्रभु श्री राम आएंगे ।।
नवलगढ़ (राजस्थान)