युवाओं को समर्पित
( Yuvaon ko samarpit )
हे युवाओं,देश बचाओ
हम करते तुम्हारा आव्हान
तुम ही भविष्य भारत का हो
तुमसे ही अब देश की पहिचान ।।
मन के उपवन में हे युवाओं,
कुछ ऐसे उपजाओ विचार
मन कर्म भूमि में रम जाए
चैतन्य रथ पर होके सवार ।।
भारत मां के लाल तुम्हीं हो
देश का वर्तमान तुम्हीं हो
तुम्हीं नीव बनो अब भारत की
देश का गौरव अभिमान तुम्हीं हो ।।
दूर हो निर्विघ्न ही विकार तुम्हारे,
देश हित में कोई करो काम तो
करना स्वामी विवेकानंद का ध्यान
युवाओं में सफल जिनकी पहचान ।।
आशी प्रतिभा दुबे (स्वतंत्र लेखिका)
ग्वालियर – मध्य प्रदेश