रोबोट 3 (अग्नि चक्र )

रोबोट 3 (अग्नि चक्र ) | Film script

रोबोट 3 (अग्नि चक्र )

हंसता – खेलता एक शहर , कोई मंदिर , कोई मस्जिद , कोई खेल रहा है , कोई चाय दुकान, कोई मिठाई दुकान मे ब्यस्त बच्चों की अठखेलियों के बीच दशहरे की पान मिठाई की मिठाश के साथ चलती रामलीला , और रामण दहन के बाद सारे शहर की लाइट बंद ,,,,,,,, कुछ देर बाद ,,, अचानक एक छोटा बच्चा , डरा सहमा सा , सामने से आती हुई भयानक आवाज, भयानक मंज्जर , और उसी की आगोश मे सिमटती दुनियां |

बच्चे की नींद खुली , डर कर छोटे बछड़े के साथ लिपट कर सो गया | वो अनाथ लडका , एक चाय की दुकान पर सारा दिन काम करता, लोगों को ताजी खबरें , अखबार,टी .वी की तरह मनोरंजन करता , हंसता-हंसाता रहता , वहीं खाता-पीता, और दुकान बंद होने के बाद वही अपने साथी बछडे के साथ एक दूसरे के साथ, एक -दूसरे के सहारे सो जाते |

शहर का बाजार, चहल-पहल , प्रदूषण , ट्राफिक , घूस खोरी , स्कूल , फिर रात हुई, फिर वही लडका, वही सपना, वही डर और वही सहारा | लडका काम बहुत मन से करता , उसे भी सब चाहते | यों ही चलता रहा , एक दिन लड़के के दुकानदार ने अपने दुकान को बढाने , और पैसे कमाने के लिए कुछ सामान  ( चिप्स , बिस्किट , कुरकुरे , पानी बोटल , चाय ग्लास , नमकीन ) और खाने की व्यावस्ता कर दुकान सजाई , दुकान चल पड़ी |

पर चलने के साथ साथ कुछ कमी भी हुई | जैसे-लोग प्लास्टिक की थाली मे खाना छोडते , पानी बोतल , चाय ग्लास , पन्नी आदि वहीं डालने लगे, कचरा होने लगा | छोटा बछडा खाने के साथ-साथ प्लास्टिक, पन्नी भी खा जाता | एक रात बछड़ा मर गया, लडका सो रहा था , सपना देख कर डर कर उठा, तो बछड़े को मरा पाया , लडका खूब रोया |

सुबह सब ने मिल कर बछड़े को दूर सूनसान जगह डलवा दिया | वह लडका रोज उस जगह जाता ,एक दिन बछड़े के कंकाल को देखा, तो पूरे कंकाल मे प्लास्टिक, बोतल और पन्नी भरी पड़ी थी | लड़के ने सब समझा और ठान लिया की वो प्लास्टिक के प्रति आंदोलन कर प्लास्टिक ,पन्नी बैन कराएगा |

अगले दिन लड़के ने सेठ को, लोगों को सब कुछ बताया और पन्नी, प्लास्टिक का सामान बंद करने को कहा ,सेठ नहीं माना , तो लड़के ने पन्नी पैक सामान जलाना चाहा , पर सेठ और लोगों ने मिल कर लड़के को पीट कर भगा दिया | जहाँ भी, जिस दुकान मे भी लड़के को प्लास्टिक, पन्नी मिलती, वो वहिस्कार करने लगा , पर किसी एक ने भी उसका सपोट नही किया , बल्की उल्टा मार – पीट कर भगा दिया गया | कुछ वर्ष बाद………….. वो लडका सुदीश के नाम से जाना जाने लगा |

और आज भी वो प्लास्टिक , पन्नी का बिरोधी था | हार कर एक तालाब के किनारे बैठ कर पानी मे तैरती पानी बोतल पर पत्थर मार रहा था | थोडी देर बाद निशाना लगा, बोतल उछल कर दूर जा गिरी और उस बोतल की जगह से कई मछली, मेढ़क, केंकड़े , कछूए आदि तडप कर बाहर निकले, कई तड़प रहे थे , कई मर चुके थे, सब तालाब के पानी मे जमा प्लास्टिक, पन्नी के कचडे मे फंसे हुए थे |

सुदीश रोया और अपने सपने मे आने वाले दानव को, प्लास्टिक दानव के रुप मे जाना और समझा , कि यही दानव उसके सपने में आता है | सुदीश जहाँ भी फ्लास्टिक , पन्नी देखता , वही सुदीश को प्लास्टिक दानव नजर आता | अब सुदीश के साथ कुछ लोग मिल गए, एकजुट हो कर धरना मुहिम जोरदार हुई, जिसकी आवाज सरकार तक गई , सरकार ने समझा और शिकंज्जा कसा ,पर बड़ी कंम्पनियों ने भ्रस्ट ऑफिसरों ( सरकार ) का पैसों से मुंह बंद कर दिया , पर गरीबों पर गाज गिरने लगी |

घूसखोरी और बढ गई , गरीबों को परेशान देख सुदीश ने भ्रस्ट नेताओं , ऑफिसरों के खिलाफ आवाज उठाई | तब सब ऑफिसरों और बडे नामचीन लोगों ने सुदीश के साथ मीटिंग कर शांत रखने की हर कोशिस की , पर सुदीश नहीं माना, तो सब ने मिलकर सुदीश के मुंह पर पन्नी लपेट कर मार दिया और प्लास्टिक कचरे के साथ जला कर खुश हुए | कुछ दिन बाद…….एक प्रमोशन पार्टी मे मद-मस्त खाना – पीना , नाच – गाना हो रहा था |

प्लास्टिक को बढाबा दे घूस लेने बाले का प्रमोशन हुआ था | पार्टी के बाद ऑफिसर अपने ड्रयवार के साथ ,नशे की हालत में जा रहा था कि अचानक सामने से एक तेज रोशनी हुई | एक बहुत विशाल, किसी राक्षस की तरह गाडी की ओर तेजी से बढ रहा था| ड्रयवर के बताने के बाद ऑफिसर घबरा कर देखते हुए गाडी घुमाने के लिए कहा , जब तक ड्रयवर गाडी घुमाता, दानव सामने था |

बहुत विशाल, अंग कचरे के प्लास्टिक , पन्नी के थे ऑफिसर गेट खोल भागने लगा , तो दानव ने मुट्ठी मे उठा कर चेहरे के सामने रखा, ऑफिसर ने दानव का चेहरा देखा, हबा टाइट (दानव का चेहरा अभी ड्रयवार और ऑफिसर ही देखेंग ) ऑफिसर गिड-गिडाने लगा, हाथ -पैर जोड़े , पर कोई फायदा नहीं हुआ ये सब कुछ देख कर ड्रयवर सदमे मे , ऑफिसर जोर से चिल्लाया , घनघोर अंधेरा |

अगली सुबह सन-सनी खेज खबर , एक ऑफिसर की पन्नी पैकेट मे लिपटी लाश प्लास्टिक कचरे के ढेर मे मिली, पुलिस तहकीकात मे जुटी, मीडिया खबरों मे व्यस्त , डा.वशीकरण भी अपने 8 वर्ष की बेटी और पत्नी शना के साथ खबर देख कर सोच मे पड़े | वहीं दुसरी ओर ड्रयवर ने दूसरे ऑफिसरों से घबराते-घबराते बताया, यकीन ना करने पर न्यूज देखने को कहा , देखने पर सच पता चला |

कहीं ये राज खुल ना जाए, ड्रयवर को गोली मारकर मार दिया | कुछ दिन बीते थे, की एक और ऑफिसर ( घूस लेने वाला ) की लाश ,प्लास्टिक के नकली नोटों के ढेर से मिली | लाश के पास उसकी बीबी छुब्ध हो कर बैठी थी , जब होश मे लाया गया, तो वह खूब रोई, छने पर बताया , भयानक दानव के बारे मे, सारे शहर मे खौंफ का आलम , पुलिस हरकत मे आई , सिर्फ एक ही सवाल, आखिर क्या बला है |

महिला से पूँछ कर स्क्रेच बनवाया , महिला ने देखा, तो फिर से सदमे से बेहोश हो गई , स्क्रेच देख कर सब की आँखे फटी की फटी रह गई |अब चारो तरफ एक ही खबर, चारो तरफ अफरा -तफरी , सरे नेता, मंत्री, सरकार और आम जनता परेशान | वहीं दूसरी ओर डा .वशीकरन मंत्री मंडल की बैठक मे इस केश को चिट्टी को सम्हालने की बात की, बहस हुई,  पक्षी -राजन की बात छिडी , बहस के बाद डा. वशीकरण को अनुमति मिल गई |

डा .ने उस महिला से बात की, कुछ क्लू मिले, काम शुरू हुआ | कुछ दिन बाद , तीन बड़े बिजनेश-मैन, नशे मे, मौज उडाते हुए रात के अंधेरे मे एक ढ़ाबे मे हल्के होने रुके | तब उनकी नजर एक सुन्दरी पर पड़ी, जो ढ़ाबे की ओर जा रही थी , तीनो उसके पीछे चल पड़े |

आवाज दी,लड़की पीछे मुडी , तो कातिलाना अदा दिखा कर आगे गई, तीनो भी पीछे गए , आगे लड़की गायब, बिशाल जग-मगाहट बढती गई, तीनो डरे , पीछे लौटे , तो वही स्क्रेच वाला दानव | तीनो चिल्लाने लगे, इधर – उधर भागने लगे , खतरनाक मंजर |

एक बड़ी प्लास्टिक बोटल के अंदर, एक पैकिंग मेटेरियल के साथ पैक हो गया, और एक फड -फडा कर बेहोश हो गया |प्लास्टिक दानव पैर उठा कर तीसरे बेहोश ब्यक्ती पर पटकता , उससे पहले , चिट्टी और पुलिस ने आ कर अटैक किया,……..दानव ने भी पलट-बार किया, और चिट्टी को ट्रकों प्लास्टिक पन्नी कचरा से ढांक दिया , चिट्टी,निकल कर खुद को कमजोर जान बेहोश ब्यक्ती को ले गया काफी नुकसान हुआ, कई जाने गई |

वहां जा कर डा.वशीकरण से अपनी कमजोरी को लेकर सबाल-जबाब किया | अगली सुबह, पानी की टंकी से, और दूसरी पन्नी गोदाम से एक बड़ी बोरी से एक साथ दो लाशें मिलने से तहलका मच गया | लोग मीडिया से, मीड़िया सरकार से, सरकार आपस मे बात-चीत और बहस करते, डा.वशीकरण को सब अधिकार दे कर कहा , इस दानव से मुक्ती दिलाओ , डा .वशीकरण ने मुक्ती दिलाने का बादा किया |

इधर उस तीसरे को होश आया, तब मंत्री जी, डा.वशीकरण और चिट्टी आपस मे सबाल पूंछे , तब शुरू से तीसरे ने बताया की वो सब गुनेहगारों को मार देगा , कौन है , क्या हुआ, किसने किया, और कौन कौन शामिल है, साथ ही वह दानव प्लास्टिक पन्नी से जन्मा है और प्लास्टिक को बढाबा देने वाला हर व्यक्ति उसका दुश्मन है |

फिर चिट्टी ने बताया, की वो अलग ही शक्ती है, मैं अपनी इन शक्तियों के साथ उसके सामने नहीं टिक सका, यानी मुझे और स्पेशल पावर देने होंगे, क्यो की प्लास्टिक को खत्म करना बहुत ही मुश्किल है , कुछ ऐसे पावर, जिससे मे उसका मुकाबला कर सकूँ , वैसे वो गलत नहीं है , इसके लिए हम सब खुद ज़िम्मेदार हैं |

सब ने समझा,और वशीकरण को आदेश दिया | चिट्टी को लेकर लैब मे आए | अब शुरू हुआ चिट्टी का श:शक्तीकरण |लैब मे पहुँच कर सब अपने काम पर लग गए, कोई मशीन पर, कोई कंप्यूटर पर, कोई मेटेरियल , तो कोई पावर पर |सब बातें करते, आपस मे काम कर रहे है वहीं दूसरी ओर प्रशासन भी अपनी सेना तैयार करते हुए , वहीं डां.वशी-करण ने चिट्टी को नए आधुनिक हंथियार के साथ एक नया अबतार कराया|

एक एस्ट्रा पावर फुल चिप एक्टिवेट की और कुछ प्रयोग भी किए, सब खुश हुए | वहीं दूसरी ओर बीती रात हॉस्पिटल मे दानव ने उस व्यक्ति को अपनी आगोश मे ले लिया | प्लास्टिक के चावल, पन्नी,खिला कर मार दिया | सारे हॉस्पिटल मे हांगामा , सारे पेसेंन्ट और डॉक्टर घबराए हुए थे | मीडिया की खबर ने सारे शहर मे हडकंम्प मचा रखा था | पी.एम.की रिपोर्ट मे सारे पेट मे इतनी प्लास्टिक और पन्नी मिली, जैसे किसी जानबर के पेट में |

डॉक्टर परेशान, मीडिया, प्रशासन परेशान, वहीं चिट्टी और डाँ.वशीकरण भी परेशान | अब मंत्री जी,ड़ा.वशीकरण और चिट्टी ने बचे हुए भ्रस्ट, घूसखोर लोगों से मीटिंग की और उन्ही भ्रस्टों के साथ, पूरी तैयारी के साथ इंतजार कर ही रहे थे , कि अचानक वशीकरण की वैन हिलने लगी, कैमरे मे देखा , तो सारी प्लास्टिक घूम कर एक दानव रुप में आ रही थी |सब को सॉक लगा | देर ना करते हुए, सब को एलर्ट कर एक्शन मे आए |

चिट्टी और लेडी रोबोट ने मिलकर अटैक किया, बनता हुआ दानव ढेर हो गया | सब खुश हुए, पर ये क्या ? लेडी रोबोट अचानक गिर कर चूर हो गई , देखा तो विशाल-काय दानव गुर्राते हुए हावी हो रहा था | तभी चिट्टी ने गुस्से से अपनी फौज के साथ धाबा बोला |

कई लोग मरे, बहुत नुकशान हुआ, तब वशी-करण ने चिट्टी से कुछ कहा , तो चिट्टी दानव के चारो ओर, जोर से चक्कर लगाना शुरू किया, दानव बार-बार पकडने की कोसिस करता, नही पकड पाया, चिट्टी ने पुछा, कौन हो, क्यो इतनी सुन्दर दुनिया बर्बाद करना चाहते हो , तब दानव ने बताया, की मेरा बजूद तुम्हारे फेंके हुए प्लास्टिक -पन्नी से है , तुम सब ने ही मुझेे ये रुप दिया |

वो सभी मेरे दुश्मन हैं, जो फ्लास्टिक -पन्नी का निर्माण और उपयोग करते हैं | मैं किसी को नहीं छोडूँगा , तुझे भी नहीं |चिट्टी ने कहा , तुम सही हो, पर इन्हें कानून सजा देगा , इस सुन्दर दुनियां को नष्ट मत करो | दानव ने बदबुदार फूँक से चिट्टी को उडा दिया |

तुरंत फायरिंग शुरू हुई, एक कार जल उठी ,जो दानव के पास पड़ी थी, जिससे दानव फिघलने लगा और देर न करते हुए वहां से भाग खडा हुआ | ड़ा .वशीकरण ने इसे नोट किया | अगला दिन, लैब……वैन हिलने का वीडिओ देखते हुए चिंतित थे, साथ ही आग से डरते दानव को याद कर चिट्टी से चर्चा की, कि अग्नी से ही उसका अंत किया जा सकता है , और एक खास चीज “अग्नी चक्र “का निर्माण कार्य शुरू किया | वहीं वैन हिलने के वीडिओ ने सारे शहर और भ्रस्ट लोगों की नींद हराम कर दी |

डाँ.वशी-करण ने लेडी रोबोट को भी नया लुक, नया जोश, नई पावर के साथ लॉन्च किया | इसी बीच डा.वशी करण की बेटी को दानव ने पकडना चाहा, पर चिट्टी ने बचाया | मांत्रियों,प्रसाशन और कुछ साईन्टिस्टों के साथ मिलकर मिटिंग कर सुरक्षा डिस्कर्स कर,चिट्टी की क्षति-पूर्ती कर, ट्राइल कर , सफल होने के बाद उसे “अग्नी-चक्र” से सुसज्जित कर चैंन की सांस ली |

(अग्नी चक्र गोल- चकरी {??☀},जिसके चारो तरफ से आग की लपटें निकलती हैं ) अब इंतजार था सामना करने का , उसके लिए एक पार्टी रख बचे भ्रस्ट लोगों को बुलाकर प्लान को अंजाम देने | न्यूज मे दानव के चेहरे मे सुदीश का चेहरा देख कर सुदीश के बचपन का मालिक, घबराकर डा.वशीकरण से मिलने आया |

कुछ रुकावट हुई , पर मिला , मिल कर मीडिया के सामने सुदीश के बारे मे सब कुछ बताया, बछड़े की दोस्ती से वहां से जाने तक , सब दुखी हुए | पार्टी शुरू हुई,सब तैयार थे | कुछ देर मे अचानक प्लास्टिक की डस्टविन गायब, सब चोंक गए, फिर सारा प्लास्टिक का सामान , कचरा सिमट कर डस्टविन के साथ विशाल दानव का रुप रखा | सब हरकत मे आए | लेडी-रोबोट बराबर मदत कर रही थी , चिट्टी और लेडी रोबोट दोनो ने अपने आप को अनेकों रोबोट मे बांट कर अग्नी चक्र मे सबार हुए |

इधर दानव आतंक मचा रहा था दोनो बचे लोगों को मार दिया ,गाडी उडाई , लोग मरे ,बिल्डिंगें (मकान ) तोड़ जन-जीवन आहत हुआ | अपने पुराने मालिक को मारने ही वाला था, तभी दानव के चारो ओर चिट्टी और लेडी-रोबोट अग्नी-चक्र मे मडराने लगे और वह बच गया |

लगातार अग्नी-चक्र से आग निकल रही थी | दानव चारो तरफ देख कर गुस्से से लाल और चिल्ला -चिल्ला कर कहता रहा , किसी दलाल को नहीं छोडूंगा, बहुत नुकसान हुआ, आखिर-कर दानव पिघल कर बिखरने लगा , पर उसका गुस्सा कम नहीं हुआ |

आखिर कर दानव का अंत हो गया | आसमान मे तेज रोशनी के साथ एक प्यारा सा बच्चा, प्यारे से छोटे बछड़े के साथ आसमान मे समा गया, सब की आँखे रो पड़ी | जाते-जाते हम सब से एक वादा ले गया, कि प्लास्टिक , पन्नी का उपयोग नहीं करेंगे , साथ ही जितनी दुनियां मे है , उसे भी नष्ट करने की पूरी कोशिस की जाएगी |

सरकार ने कई ठोस कदम, जैसे पेपर , कपडे के बैग , अपने-आप नष्ट होने वाली पानी बोतल को बढाबा दिया ,और प्लास्टिक-पन्नी की दुकाने , फैक्ट्रियाँ शील कर सबको प्लास्टिक, पन्नी उपयोग न करने की हिदायत दी |

एक बार फिर डा.वशी-करण ने चिट्टी की मदत से एक बड़ी समस्या से निजात दिलाई | एक बार फिर शहर मे पहले जैसी सुबह हुई |||
(चाहें तो इस कहानी का अंत, बच्चे का सपना तोड़ कर , किया जा सकता है)
“””समाप्त”””

रोबोट 3(अग्नी चक्र )
फिल्म लेखक — सुदीश कुमार सोनी
गीत लेखक –सुदीश कुमार सोनी
लेखक संख्या — 25830
Reg.No-> 398839

 

लेखक:  सुदीश भारतवासी

मो .9770740776
Email: sudeesh.soni@gmail.com

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