सांसों में तेरी ख़ुशबू है -Hindi poem
सांसों में तेरी ख़ुशबू है
सांसों में तेरी ख़ुशबू है !
रोज़ नज़र आती अब तू है
चाँद सी सूरत वाला है तू
तेरा ही चर्चा हर सू है
भाती तेरी आंखे ये लब
तेरे काले काले गेसू है
दीवाना हूँ इसीलिए मैं
उसकी आंखों का जादू है
सूरत उसकी देखी जब से
दिल मेरा ही बेकाबू है
कैसे आज़म भूले तुझको
आती तेरी बस ख़ुशबू है
️शायर: आज़म नैय्यर
(सहारनपुर )
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