मन की बातें | Heart touching kavita
मन की बातें
( Man ki baten : Heart touching kavita )
( Man ki baten : Heart touching kavita )
दर्द की व्यथा दर्द इस कदर, बेहाल था, थी उम्मीद सहारा दोस्त हैं, कुछ मायूस कर चले, कुछ को थी खबर , उंगलियां फोन तक न चले, कुछ तो थे साथ मरहम ले चले कभी जिनका थे सहारा, आज वही बेसहारा कर चले, दर्द इस कदर बेहाल था कुछ अपने परिजन घरों में चला,…
पारा हुआ पचास ( Para Hua Pachas ) वृक्ष बड़े अनमोल हैं, ये धरती- श्रृंगार। जीव जन्तु का आसरा, जीवन का आधार।। वृक्ष,फूल,पौधे सभी, जीवन का आधार। इनसे धरा सजाइये, करिये प्यार दुलार।। नदिया, झरने, ताल सब, रोज रहे हैं सूख। पर मानव की है कहाँ, मिटी अभी तक भूख।। है गुण का भंडार…
पर्यावरण चेतना ( Paryavaran chetna ) बिना दरख्तां क आ धरती सूनी सूनी लागै है आसमान सूं बादळिया भी परै परै ही भागै है आओ सगळा मिलकै रूंखड़ल्या री खैर लेवां साढ़ सावण झूमकै बरसै इंदर राजा री महर लेवां हरी भरी हरियाळी धरती कूंचा कूंचा हरसावै है मस्त चालै भाळ मोकळी…
गीता ज्ञान ( Geeta Gyan ) जब से गीता ज्ञान मिला मुझे भागवत में भगवान मिला, कण कण में जब नारायण तो फिर कण-कण से मुझे ज्ञान मिला! नहीं सर्वज्ञ अंतर्यामी में , ना ही में कुछ जानता हूं मेरे अंदर भी तू है बसा हुआ ! मैं तुझको पहचानता हूं।। देख धनुर्धर अर्जुन…
समय के संग कैसे दौड़ू ( Samay ke sang kaise daudoon ) वक्त निकला जा रहा तीव्र गति के साथ समय संग कैसे दौड़ू बोलो हे मेरे नाथ शनै शनै यूं बीत रहे पल प्रतिपल दिन रात कालचक्र भी घूम रहा है बदल रहे हालात नियति खेल निराले भांडा अभाग्य कैसे फोडूं…
शिव शंकर प्यारे ( Shiv Shankar Pyare ) शिव शंकर प्यारे ओ भोले डमरू की डम डम ओ चिमटा बाज रहा छम छम निश दिन तुझे पुकारे शिव ओ शंभू प्यारे जटा से बहे भगीरथी धारा औघड़ दानी शंकर प्यारा भोले शंकर सबके सहारे हर लो बाबा कष्ट हमारे ओ शंभू प्यारे शिव शंभू…