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गौरव का क्षण
कविताएँ

गौरव का क्षण

गौरव का क्षण हर जागरूक इन्सानअपने जीवन में सुख चाहता हैवह उसका जीवन हो सुन्दरऔर सार्थक इस हेतु प्रयासभी उसका सदैव होता है किबड़े भाग्य से मिलने वालायह मानव जीवन न जाए निरर्थककुछ लोग सुखी रहने का मंत्रखोजने में जिंदगी गुजार देते हैंपर प्रायः निराश ही होते हैंवह अगर कोई गुणवान औरप्रतिभावान हो तो उसे…

सव्वा किलो गुड़
संस्मरण

सव्वा किलो गुड़

महेंद्र भाई की छोटी सी उम्र मे मौत के बाद मेरे ससुर जी स्व. गेबिलाल जी ढालावत साहेब ने नागपुर के गड्डी गोदाम स्थित दुकान और घर को छोड़ने का फैसला करते हुए निर्णय लिया की कलमना स्थित घर मे रहने हेतु जाये.. वहीँ किराणे की दुकान शुरू की जाये। महेंद्र भाई मेरे इकलोते साले…

थर्डजेंडर
आलेख

थर्डजेंडर: एक वंचित समुदाय की कहानी

भारतीय समाज में थर्डजेंडर या किन्नर समुदाय को हमेशा हाशिए पर रखा गया है। इन्हें समाज की मुख्यधारा से बाहर और उपेक्षित कर दिया गया है। जीवन को अपनी शर्तों पर जीने का अधिकार रखने के बावजूद यह समुदाय सम्मान, पहचान और अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ने में लगा हुआ है। समाज की कठोर मान्यताएँ…

समदर्शी
कहानियां

समदर्शी

राम और श्याम दो ऐसे व्यक्ति थे जो एक ही सरकारी कंपनी में समान पद पर कार्यरत थे। लेकिन उनके व्यक्तित्व और व्यवहार में बहुत बड़ा अंतर था। राम एक ऐसा व्यक्ति था जो अपने से नीचे पदों पर आसीन व्यक्तियों के साथ अभद्र व्यवहार करता था। वह उन्हें निम्न दृष्टि से देखता था और…

ग़ज़ल सम्राट विनय साग़र जी
ग़ज़ल

ग़ज़ल सम्राट विनय साग़र जी

विनय साग़र जी वही उस्ताद हैं मेरे ग़ज़ल लेखक विनय साग़रजिन्हें है जानती दुनिया ग़ज़ल सम्राट साग़र जी हमारी भी ग़ज़ल की तो करें इस्लाह साग़र जीउसी पथ पर सदा चलता करें जो चाह साग़र जी बड़ा अनभिज्ञ हूँ मैं है नहीं कुछ ज्ञान भी मुझकोमगर हर पथ की बतलाते मुझे हैं थाह साग़र जी…

भगवान ऋषभ का दीक्षा कल्याणक दिवस
कविताएँ

भगवान ऋषभ का दीक्षा कल्याणक दिवस

भगवान ऋषभ का दीक्षा कल्याणक दिवस आदिनाथ भगवान का स्मरण कर ले ।यह जीवन क्षण – क्षण बीत रहा हैं ।इसका हम सही से ज्ञान कर लें ।जन्म – मरण में भ्रमण कर रही नैया को ,भव – सागर से तरने का प्रण लें ।आदिनाथ भगवान का स्मरण कर ले ।मेरा धन मेरा तन ही…

दिकुप्रेम की राह
कविताएँ

दिकुप्रेम की राह

दिकुप्रेम की राह जीवन मेरा बस तुझसे जुड़ा एक अफसाना है,हर लम्हा तेरा इंतज़ार, प्रेम बस तेरा दीवाना है।कभी हँसी में तू आई, कभी अश्कों में बसी,अब हर साँस में बस तेरी यादों का तराना है। राहों में तेरा एहसास अब भी मौजूद है,तेरी बातों की मिठास हर लम्हा मख़मल सी दूज है।कभी ख्वाबों में…

डॉ. चंद्रेश कुमार छ्तलानी की कविताएं | Dr. Chandresh Kumar Chhatlani Poetry
कविताएँ

डॉ. चंद्रेश कुमार छ्तलानी की कविताएं | Dr. Chandresh Kumar Chhatlani Poetry

रिश्ते कुछ रिश्ते प्रेम की अलौकिक छाया में हैं निभते,कुछ काल के भँवर में बहकर विस्मृत हो हैं जाते। कुछ नाते, डूबते सूरज की लौ सी हैं मिट जाते,कुछ अँधेरे में चाँदनी बन कर याद हैं आते। कुछ मृगतृष्णा बन झूठे सुख का स्वप्न दिखलाएँ,कुछ सच्चे साथी धूप में छाँव बनकर आएँ। कोई बंधन सहज…

साहित्य में चौर्यकर्म
आलेख

प्रसिद्धि की बैसाखी बनता साहित्य में चौर्यकर्म

हरियाणा के एक लेखक द्वारा राज्य गान के रूप में एक गीत के चयन को लेकर हाल ही में एक बहस छिड़ी है, जिस पर साहित्यिक चोरी का आरोप लगाया गया है। अन्य लेखकों ने इस मामले पर अपनी चिंता व्यक्त की है और इसे राज्य के मुख्यमंत्री के ध्यान में लाया है। इस स्थिति…

होली में
आलेख

होली रंगों का त्यौहार

रंगोत्सव पर विशेष       रंगों का त्यौहार रंगोत्सव, जीवन को विभिन्न कला रूपों के साथ मनाने, इस तनाव भरे जीवन मे सबके चेहरों पर मुस्कान लाने एवं उनकी रचनात्मक क्षमता को प्रोत्साहित करने का एक माध्यम है। यह रंगोत्सव का त्यौहार जीवन आश्चर्य और नए अनुभवों से भरा होता है। हर दिन कुछ नया लेकर…