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सुना प्रधान जी | Pradhan Ji

सुना प्रधान जी ( Suna Pradhan Ji )   अच्छा-अच्छा काम करा सुना प्रधान जी, नींव कै तू पत्थर बनी जाता प्रधान जी। गाँव -गाँव टॉयलेट,सड़क बनवावा, जेकरे नाही घर...

चंदन | Chandan

चंदन ( Chandan )  चंदन शब्द से ही एक अद्भुत भीनी-भीनी सुगंध की अनुभूति होती है चंदन के वृक्ष पर हजारों विषधर लिपटे हुए रहते हैं फिर चंदन अपनी गुणवत्ता को नहीं खोता ठीक वैसे ही...

भागे है सब अदू | Bhaage hai Sab Adoo

भागे है सब अदू ( Bhaage hai sab adoo )    भागे है सब अदू देख कश्मीर से काट डाले सभी देखो शमशीर से सैनिको ने बिखरे फूल हर...

बढ़ते रहिए | Badhte Rahiye

बढ़ते रहिए ( Badhte Rahiye )    आप देते हैं महत्व जब भी कभी किसी को वो पहले परखता है आपकी जरूरत को इंसानियत भी है अनमोल,इंसान के लिए हर...

दिल को | Dil ki Shayari

दिल को ( Dil ko )   बे -इंतहा, बे - हिसाब, बे - पनाह, बे- पायान प्यार है ' गर दिल को बे - इंतहा, बे - हिसाब, बे- पनाह, बे -पायान दर्द भी होता है...

स्वास्थ्यवर्धक है नारंगी | Narangi

स्वास्थ्यवर्धक है नारंगी ( Swasthya vardhak hai narangi )    आयुर्वेदा में ‌इसके गुणों के फ़ायदे बताएं है अनेंक, गेंद जैसा दिखने वाला गुणकारी यह फल है एक। रंग-रूप...

समझ मे क्यों नही आया | Samajh mein Kyon Nahi Aaya

समझ मे क्यों नही आया ( Samajh mein kyon nahi aaya )   जितना भी मांगा था रब से, उससे ही ज्यादा ही पाया। मन पागल ना शुक्ररा निकला, जब...

गीता मानस | Poem on Gita Manas

गीता मानस ( Gita manas )    अद्भुत रचना शेष की , अलंकार रस छंद । गीता मानस को पढ़ें , दूर सभी हों द्वंद्व ।। भगवद्गीता ग्रंथ का...

आत्मानुभूति का प्रकटीकरण शेषमणिजी का “गीता मानस “

"गीता मानस " | पुस्तक समीक्षा ( Gita Manas : Book Review )   इस सृष्टि के नियन्ता सर्व शक्तिमान परमपिता परमात्मा सत् चित आनन्द स्वरूप है।...

मैं और चाय | Main aur chai

" मैं और चाय " ( Main aur chai )   ले चाय की चुस्की लगाते थे, दोस्तों के साथ महफिल हम जमाते थे। लंबी-लंबी छोड़ कर गप्पे हम...