तस्वीरें | Kavita
हर पल की यादें होती हैं “तस्बीरें” || १. हर तस्बीर कुछ कहती है ,हर तस्बीर की एक कहानी है | हर पल थमा सा लगता है ,तस्बीर उस वक्त की निसानी है | कुछ धुंधली कुछ नई सी हैं , मानो यादों की जवानी है | हर तस्बीर की अपनी अदा है , हर…
हर पल की यादें होती हैं “तस्बीरें” || १. हर तस्बीर कुछ कहती है ,हर तस्बीर की एक कहानी है | हर पल थमा सा लगता है ,तस्बीर उस वक्त की निसानी है | कुछ धुंधली कुछ नई सी हैं , मानो यादों की जवानी है | हर तस्बीर की अपनी अदा है , हर…
बिल्लू ( Billu ) “मक्खी आया है पहले बैटिंग हम करेंगे” रवि ने कहा। हम अपने होम ग्राउंड बाबा मैदान में अगले मैच के लिए तैयार थे। एक मैच हम पहले ही जीत चुके थे चूंकि विपक्षी टीम मैच और ₹101 गंवा चुकी थी इसलिए वह फिर से एक मैच खेलने की जिद कर रहे…
नजरिया यानी कि एटीट्यूड हमारी जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा ही । जिंदगी के हर हिस्से में इसका काफी योगदान होता है । हर इंसान अलग होता है । हर इंसान की सोच अलग होती है और हर कोई अपने आप में एक अलग सोच रखता है । इसीलिए हर इंसान का नजरिया भी अलग…
हिन्दुस्तान के हिन्दी हैं हम ( Hindustan ke Hindi Hai Hum : Hindi Par Kavita ) १.बड़ी मधुर मीठी है ,सुन्दर है सुरीली है | दिल को छू लेने वाली,नाजुक और लचीली है | हर हिंदुस्तानी की जुवां,पर राज है उसका | ऐसी हमारी राष्ट्र भांषा,हिन्दी अलबेली है | –>हिन्दुस्तान के हिन्दी हैं हम …||…
स्वच्छता ( Swachchhata : Kavita ) १.स्वच्छ भारत अभियान का समर्थन करो | गंदगी को साफ करो,स्वच्छ भारत का निर्माण करो || २.किसी एक के बस की बात नहीं,सबको मिलकर चलना होगा | इतनी अटी गंदगी को साफ हमें ही करना होगा || ३.अवैतनिक काम है ये,अद्रस्य रुप से करना है |…
विश्व हिंदी दिवस विशेष हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है । पहली बार विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन नागपुर में 1976 में किया गया था जिसमें 30 देश शामिल हुए थे । हिंदी एक ऐसी भाषा है जो सीखी जा सकती है और साथ ही यह…
एक लड़की को देखा तो… दूसरा भाग (Ek ladki ko dekha to : Prem kahani ) 1 Jan 2014 यह नए वर्ष का पहला दिन था।कड़ाके की ठंड थी।यद्यपि धुंध और कोहरा सुबह से ही था,जिससे कुछ भी देखना मुश्किल हो रहा था लेकिन कल रात से ही मेरे जीवन मे उजाला साफ दिखाई…
जिंदगी बस यूं ही… ( Zindagi bas yuhi ) यूं ही कभी न हारना तुम, ना खोने देना अपनी पहचान । यूं ही आगे बढ़ना तुम, ना होना तुम कभी निराश । यूं ही तुम्हारी हर मंजिल तुम्हें मिलती जाएगी तुम्हारी हर चाहत मिलेगी, तुम्हारे हर सपने सच होंगे ।…
एक लड़की को देखा तो… (Ek ladki ko dekha to : Prem kahani ) 13 जुलाई 2013 (जब मैंने पहली बार उसे देखा) मैं अपने घर पर था।मैं काफी समय बाद बेंगलुरु से घर आया था ।मैंने आपको बताया या नही मैं बेंगलुरु में जॉब करता हूँ और एक सॉफ्टवेयर कम्पनी(Virgosys software private ltd.) …
बेजुबान की आवाज़ ( Bezubaan ki awaz ) महाकाल तेरे इश्क़ में, चूर हो गया। ये लिखने पर, मजबूर हो गया। मैं नहीं था बुरा, मुझे तुमने बनाया है। इसलिए मैने भी, ये गाना रचाया है।। समझते क्या है तू, अपने आप को। मैने भी तेरे जैसों, को सिखाया है।। मैं महाकाल का लाल…