
जिंदगी बस यूं ही…
( Zindagi bas yuhi )
यूं ही कभी न हारना तुम,
ना खोने देना अपनी पहचान ।
यूं ही आगे बढ़ना तुम,
ना होना तुम कभी निराश ।
यूं ही तुम्हारी हर मंजिल
तुम्हें मिलती जाएगी
तुम्हारी हर चाहत मिलेगी,
तुम्हारे हर सपने सच होंगे ।
यूं ही कभी नहीं चाहत कम हो
यूं ही तुम करना विश्वास
यूं ही तुम मुझसे नाराज होना
लेकिन कभी खफा ना होना
यूं ही तुम सपने सजाना
यूं ही तुम मुस्कुराती रहना ।
ऐ जिंदगी अब बस यूं ही
सब्र के साथ हिम्मत से अब
यूं ही अब आगे बढ़ती रहना ।।
लेखिका : ईवा ( ए रियल सोल )