ए ज़िन्दगी! | Aye Zindagi
ए ज़िन्दगी!
( Aye Zindagi )
उसे
चुन
लिया
जिसे
चाहा
नहीं
था
कभी…..
मुझे
मुआफ़
कर
ए ज़िन्दगी!
डॉ जसप्रीत कौर फ़लक
( लुधियाना )
पगड़ी ( Pagdi ) आन बान शान है पगड़ी स्वाभिमान पगड़ी है। लहरिया की तान पगड़ी दीन ईमान पगड़ी है। आदमी यश इज्जत पगड़ी राजाओं की शान है। मर्यादा मान और प्रतिष्ठा घट घट में हिंदुस्तान है। भामाशाह की जान पगड़ी योद्धाओं का मान है। रणभूमि कूद पड़े जो रणधीरों का गुणगान है। वैभव…
अंधकार पीनेवाले! ( Andhakar peene wale ) किसी के जख्मों पर कोई नमक छिड़कता है, तो यहाँ मरहम लगाने वाले भी हैं। कोई हवा को रोने के लिए करता है विवश, तो फिजा को हँसानेवाले भी हैं। मत बहा बेकार में तू इन आंसुओं को, मौत का भी इलाज करनेवाले हैं। जिन्दगी में उतार-चढ़ाव…
गौर किया कर ( Gaur Kiya Kar ) जुमला है ये कठिन मगर कर, सोच समझ अपनाया कर, किसी को हानि न पहुचे वो कर, खुद को भी हर्षाया कर, जोड़ के अपने दोनो कर, सदा बड़ों का आदर कर, कहा गया जो सदा ही कर, प्रभु सम्मुख शीश झुकाया कर, मत औरों की निंदा…
उम्र का बंधन तोड़ दे! ( Umar ka bandhan tod de ) ये गलियाँ, ये चौबारे, मेरे काम के नहीं। किसी काम के नहीं। जिन्दगी की कश्ती का कोई किनारा न मिला, जब से चुराई दिल,उसका नजारा न मिला। उम्मीदें सारी छोड़ दूँ, या रिश्ता उससे जोड़ लूँ। हे! परवरदिगार कुछ कर उपाय, या…
उजाड़ो न दुनिया ! ( Ujado na duniya ) पैग़म्बरों की जमीं,अम्न बोते चलो, जंग को जहां से बचाते चलो। बंट गई है दुनिया आज दो धड़ों में, लगी आग को तुम बुझाते चलो। फासला बढ़ा है लोगों के अंदर, दिल की दूरियाँ को घटाते चलो। नहीं थम रहे हैं आँसू जहां के, उदासी…
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा ( Ram lala ki pran pratishtha ) अब आ गई तारीख जिसका था हमें इन्तज़ार, राम लला की प्राण प्रतिष्ठा अब होगी साकार। सज गई अयोध्या नगरी सज गए वहां बाज़ार, सारा विश्व बोल रहा वाह भारत तेरे संस्कार।। ढोल-नगाड़े एवं पटाखें संग जलेंगे दीप हजार, भवसागर से पार करेंगे…
Dr. Jaspreet Kaur “Falak” ji ka ‘ Andaaj e bayan ‘ sabse juda sa hai.Dil ki gehrai se unhone lafjon ko chua toh hai.
Navin Sharma ‘tanha’. Ludhiana.