Bhagyashali

वे भाग्यशाली हैं बड़े | Bhagyashali

वे भाग्यशाली हैं बड़े

( Ve bhagyashali hai bade ) 

 

वे सौभाग्यशाली हैं बड़े
जो मां के आंचल के तले

खेले कूदे और पले बढ़े
वे खुशनसीब है बड़े

वे खुश किस्मत हैं बड़े
जो मां के चरणो तले रहे

वे प्रभु को अजीज है बड़े
जो दिन मां की सेवा में कटे

बलाए रहती उनसे दूर
असर मां की दुआ करें

उसी की प्रार्थना से देखो
भंडारे सदा रहे भरे

उसी की मुस्कराहट से
घर के कोने सजे धजे

 

डॉ प्रीति सुरेंद्र सिंह परमार
टीकमगढ़ ( मध्य प्रदेश )

यह भी पढ़ें :-

मजदूर पर कविता | Mazdoor

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *