What is budget? Its types and purpose essay in Hindi
What is budget? Its types and purpose essay in Hindi

निबंध : बजट क्या होता है? इसके प्रकार एवं उद्देश्य

( What is budget? Its types and purpose essay in Hindi )

 

प्रस्तावना

बजट शब्द का इस्तेमाल आय एवं व्यय के व्योरे के लिए बनाया जाता है। कोई भी व्यक्ति अपने हर काम के लिए अपने खर्चे और निवेश करने के लिए एक बजट बनाता है।

इसी तरह से सरकार ने अपने प्रमुख कार्य, आय-व्यय का लेखा-जोखा रखने के लिए प्रति वर्ष एक वित्त वर्ष के लिए बजट बनाती है।

हर साल सरकार फरवरी माह में अगले वित्त वर्ष के लिए बजट पेश करती है। जिसमें वह अपनी योजनाओं के बारे में जानकारी देती है।

भारतीय संविधान में बजट

भारतीय संविधान में बजट के बारे में एक अनुच्छेद बनाया गया है। स्वतंत्रता के पश्चात पहली बार 26 नवंबर 1947 को संसद में बजट पेश किया गया था।

देश का पहला बजट आर के शम्मुखम द्वारा प्रस्तुत किया गया था। भारत के संविधान के अनुच्छेद 112 में बजट के बारे में लिखा गया है।

भारत के संविधान में कहीं भी बजट शब्द का इस्तेमाल नहीं हुआ है। संविधान में बजट के लिए वार्षिक वित्तीय विवरण शब्द का इस्तेमाल हुआ है।

संविधान के अनुच्छेद 112 के अनुसार राष्ट्रपति एक वित्त वर्ष के लिए संसद के दोनों सदनों के संबंध प्रतिवर्ष एक वित्तीय विवरण रखता है, जिसमें सरकार के आय एवं व्यय का पूरा विवरण होता है।

बजट बनाने का उद्देश्य

सरकार द्वारा प्रतिवर्ष एक वित्त वर्ष के लिए बजट बनाया जाता है। जिसमें सरकार अपने आय के स्त्रोतों के रूप में जैसे विभिन्न करों की वसूली, राजस्व से प्राप्त होने वाली आय, सरकारी फीस, सरकारी जुर्माना, लाभांश, ऋण पर ब्याज अदायगी आदि जैसे आय के स्रोतों तथा जनता पर होने वाले व्यय को बजट में दिखाती है। बजट बनाने का उद्देश्य इस प्रकार से है –

  • आर्थिक विकास दर को बढ़ाना
  • गरीबी तथा बेरोजगारी की समस्या को दूर करना
  • आर्थिक असमानता को दूर करना
  • बाजार मूल्य को स्थिर बनाए रखना
  • अन्य क्षेत्रों जैसे बिजली, वितरण, अनाज, खाद्य पदार्थ, बैंकों के लिए फंड आदि का विवरण

केंद्र सरकार सालाना बजट विभिन्न मंत्रालयों के विभागों से संपर्क करके बनाती है। बजट वित्त मंत्रालय द्वारा बनाया जाता है। भारत में विभिन्न मंत्रालयों के सहयोग से बनाए गए बजट को अंतिम मंजूरी से राष्ट्रपति द्वारा प्रदान की जाती है।

यह बजट केंद्र और राज्य दोनों सरकार के संबंध में होता है। 2017 से पहले भारत में रेल बजट और आम बजट अलग-अलग तैयार किया जाता था। लेकिन अब रेल बजट और आम बजट एक साथ संयुक्त रूप से पेश किया जाता है।

केंद्रीय सरकार अपने बजट में हर वर्ग के व्यक्तियों को ध्यान में रखकर अपने बजट का निर्माण करती है। यही वजह है कि इसे आम बजट भी कहा जाता है।

प्रत्येक साल में बजट के साथ कुछ नए नियम और कानून भी बनाए जाते हैं। बजट में कुछ छोटे-छोटे प्रावधान किए जाते हैं और इन्हीं बजट में शामिल किया जाता है – जैसे कर प्रावधान, आबकारी, कर दायित्व, कस्टम ड्यूटी, शिक्षा, निवेश, राजस्व व्यय आदि।

आम बजट और रेल बजट अब एक साथ प्रस्तुत किया जाता है। रेल बजट में नई ट्रेनों की घोषणा, रेलवे द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाएं, तथा प्लेटफार्म की सुविधाएं, टिकट बुकिंग, चेकिंग, नई ट्रेन जैसी सुविधाओं का विवरण होता है।

 

लेखिका : अर्चना  यादव

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