देश आवाज अब दें रहा
देश आवाज अब दें रहा
देश आवाज अब दें रहा
खून अपना बहा दो कभी
मुल्क है मुश्किलों से घिरा
जान सब की बचा लो अभी
इस वतन से...
रोज़ हर दिल में मुहब्बत ढूंढ़ता हूँ
रोज़ हर दिल में मुहब्बत ढूंढ़ता हूँ
नफ़रतों में वो नज़ारत ढूंढ़ता हूँ!
रोज़ हर दिल में मुहब्बत ढूंढ़ता हूँ
हर गली में ही भटकता हूँ सारा...
कर कोई बावफ़ा नहीं होता
कर कोई बावफ़ा नहीं होता
कर कोई बावफ़ा नहीं होता
प्यार से हर भरा नहीं होता
मैं नहीं जीता जीवन फ़िर तन्हा
वो अगर जो जुदा नहीं होता
चाह ...
Ghazal | भरोसा क्या बहारों का
भरोसा क्या बहारों का
( Bharosa Kya Baharon Ka )
गुलों को खुद खिला लेना भरोसा क्या बहारों का।
खुदी से दोस्ती करना भरोसा क्या है यारों...
लग रहा जैसे हो सजा जीवन
लग रहा जैसे हो सजा जीवन
लग रहा जैसे हो सजा जीवन!
इस कदर ग़म से भर गया जीवन
जी न पाया कभी ख़ुशी के पल
ग़म की...
होता उसका अब नहीं दीदार है
होता उसका अब नहीं दीदार है
होता उसका अब नहीं दीदार है
राहों में मेरी खड़ी दीदार है
बोलता मुझसे नहीं वो आजकल
वो मुझे लगता खफ़ा ही...
यहां रह जाती यादें बाकि
यहां रह जाती यादें बाकि
बंदा चला जाता फिर , यहां रह जाती यादें बाकि।
तब छौङ करके पीछे वो ,अपने सभी वादे बाकि।।
किस-किस से जाने...
आती रौनक बस तेरे आने से
आती रौनक बस तेरे आने से
आती रौनक बस तेरे आने से।
गुल खिल जाते तेरे मुस्काने से।।
करते अटखेली गालों से गेसू ।
कलि खिलती ज्यूं भंवर...
वक्त कुछ इस तरह गुजारा है
वक्त कुछ इस तरह गुजारा है
वक्त कुछ इस तरह गुजारा है ।
दर्द जीने का इक सहारा है ।।
जो नही हम जुबां से कह पाए।
आंसुओं ...
बढ़ती बेरोज़गारी
बढ़ती बेरोज़गारी
रोज़ ही देखो बढ़ती बेरोज़गारी
क़त्ल मुफ़लिस के करती बेरोज़गारी
सोता भूखे पेट नहीं मासूम बच्चा
जो नहीं इतनी होती बेरोज़गारी
आटा कैसे मैं ख़रीदूँगा भला अब
बढ़...