पुलवामा शहीदों को नमन

पुलवामा शहीदों को नमन | Poem on pulwama shahido ko naman

पुलवामा शहीदों को नमन ( Pulwama shahido ko naman )   पुलवामा में शहीद हो गए वंदन उन रणवीरों को मातृभूमि शीश चढ़ाये सब देशप्रेम रणधीरों को   कश्मीर की केसर क्यारी में वीर कई बलिदान हुए आतंकी हमलों ने घायल भारत माँ को घाव दिए   दहल उठा देश सारा दुश्मन की गहरी चालों…

तुम्हारी खुशी की खातिर

तुम्हारी खुशी की खातिर | (अंतिम भाग ) | Hindi Story

तुम्हारी खुशी की खातिर ( Tumhari khushi ke khatir ) अदनान जल्दी से शरणार्थी कैम्प में पहुंचा लेकिन रुकय्या का कही। अता-पता नहीं था, उसकी निगाहें चारों तरफ रुकय्या को ढूढ़ती रही। वह हर रोज समुद्र के किनारे पर जाकर बैठता, उसका इन्तजार करता कि शायद कभी न कभी तो वह उसे नज़र आयेगी लेकिन…

Tumhari khushi ke khatir

तुम्हारी खुशी की खातिर | Hindi Kahani | Hindi Story

तुम्हारी खुशी की खातिर ( Tumhari khushi ke khatir )   अदनान आज समुंद्र की सैर को निकाला, उसका दिल चाह रहा था कि आज वह समुद्र की ठंडी हवा खाए, इसीलिए वह अपनी बाइक पर समुद्र की जानिब निकल पड़ा। साथ ही उसने अपने पीछे अपने पांच साल के भतीजे शाजर को भी बिठाया।…

नादानी

नादानी | Hindi Story | Hindi Kahani

नादानी ( Nadani : New Hindi Kahani ) आज उसके एतबार को किसी ने ठोकर मार करें तोड़ दिया तो उसके दिल ने सोचा, क्या वाकई आज के दौर में भरोसा नाम की कोई चीज नहीं रही। क्या अपनापन, दोस्ती के जज्बे सब खत्म हो गए। क्या आज का इंसान इतना मतलबी, इतना खुदगर्ज हो…

सबक

सबक | Laghu Katha

सबक ( Laghu Katha : Sabak ) दाता के नाम पर कुछ दे दो भगवान के नाम पर कुछ दे दो। इस गरीब की पुकार सुनो। ऊपरवाला तुम्हारी सुनेगा। अपने हाथों से कुछ दान कर दो। उस समय मैं ऑटो की तलाश में तहसील रोड पर खड़ा था। तभी मेरे कानों में यह करुण स्वर…

Kallu ki insaniyat

कल्लू की इंसानियत | Hindi Kahani

कल्लू की इंसानियत ( Kallu ki insaniyat ) इक पड़ोसी ने दूसरे पड़ोसी से कहा ये जो नया पड़ोसी कल्लू आया है एकदम खराब है यह अच्छा इंसान नहीं है, यह सुनकर दूसरे पड़ोसी ने तीसरे से कहा ये जो नया पड़ोसी आया है बहुत खराब है । तीसरे ने चौथे से कहा, चौथे ने…

जानेमन

जानेमन | Hindi Kahani

उर्मि के कदमों में आज तेजी थी। हर दिन से आज 10 मिनट देर से थी वह। सुबह वह भूल ही गयी थी कि आज शुक्रवार है और स्टेशन पर कोई उसका इंतजार कर रहा होगा। कैंट स्टेशन जाने वाली सड़क हर रोज की तरह गुलजार थी। स्टेशन और शहर को जोड़ने वाली यह इकलौती…

कसम तोड़ दी हमने

Kahani | कसम तोड़ दी हमने

कसम तोड़ दी हमने ( Kasam Tod Di Humne )   आज फिर कैलेंडर में 12 तारीख देखकर ओवैस की आंखों में नमी उतर आई, उसके हाथ फिर खत लिखने को मचल उठी और वह खत लिखने बैठ गया लेकिन किसे ? सोचते – सोचते उसका ज़हन अतीत के गहरे कुएं में उतर गया, उंगलियां…

मुझे आजाद कर दो

Laghukatha | मुझे आजाद कर दो

वेंटिलेटर पर पड़ी वह बार-बार एक ही बात बोले जा रही है “मैं मर जाना चाहती हूं,प्लीज मुझे मर जाने दो।” जिंदगी और मौत के बीच झूलती उस लड़की को जिंदगी से इस कदर नफरत हो गयी है कि अपने हाथों से ऑक्सीजन मास्क,तमाम नलियां नोचने की कोशिश कर रही है। नर्सें उसके दोनों हाथ…

दहेज़ एक मज़ाक : लघुकथा

Hindi Laghukatha | Kahaniya -दहेज़ एक मज़ाक : लघुकथा

दहेज़ एक मज़ाक : लघुकथा ( Dahej Ek Mazak : Laghukatha ) लाला नारायण दास की शहर में सुनार की बहुत बड़ी दुकान है । आज उनकी दुकान पर उनके एक पुराने मित्र रत्नसेठ आए । उनका कारोबार भी अच्छा चल रहा है। औपचारिक अभिवादन के बाद रतन सेठ उनसे अपनी बेटी के लिए, उनके लड़के…