Laghu Katha Mutthi Bhar Gulal

मुट्ठी भर गुलाल | Laghu Katha Mutthi Bhar Gulal

“आओ सोमेश्वर आओ, आज होली का दिन है। जब तक जिंदगी है तब तक तो मालिक और मजदूर चलता ही रहेगा। लेकिन बैठो, मालपुए और दहीबड़े खाकर अपने घर जाना।” परमेश्वर ठाकुर ने सोमेश्वर को प्यार से बुलाते हुए कहा। “हांँ मालिक, क्यों नहीं,जरूर खाकर ही जाएंगे।” वह कुछ दूर बैठते हुए कहा। “दूर बैठने…

Kahani lovely

लवली | Kahani Lovely

लवली कुछ गुमसुम सी बैठी है। उसे न जाने क्या हो गया है कि सारे घर में धमाल मचाने वाली किस सोच में डूबी है । मां को देखते ही प्रश्नों की झड़ी लगा देती है – अम्मा अम्मा आप क्यों मांग में सिंदूर लगाती हो ? मुझे क्यों नहीं लगाती ? हम कान क्यों…

Mai ka Ashiyana

माई का आशियाना | Mai ka Ashiyana

एक माई थी। जिसका अपना कच्चा मकान टूट कर गिर गया था। उसके पास इतने पैसे नहीं थे कि घर को बना सके। जिसके कारण वह मड़ैया बनाकर किसी प्रकार गुजर बसर कर रही थी। पति को गुजरे धीरे-धीरे दशकों हो गए थे। जो भी कमाई हो रही थी। किसी प्रकार से घर में नून…

Kahani Punarjanm

पुनर्जन्म | Kahani Punarjanm

( 2 )  धीरे-धीरे महीने हो गए थे ।अभी बच्चे की आंख नहीं खुली ।उसके माता-पिता अपलक निहार रहें थे। उन्हें कुछ नहीं समझ में आ रहा था कि क्या किया जाए। बच्चे का शरीर सूख कर काटा हो चुका था। फिर भी माता-पिता की आशा थी कि मेरे लाल को कुछ नहीं होगा। मनुष्य…

dvand

द्वंद | Dvand

वैसे वह एक हट्टा कट्टा नौजवान है । उसे जिम जाने का शौक बचपन से है । क्या मजाल किसी को की उसको कोई नीचा दिखा कर चला जाए? मोहल्ले में ऐसी धाक जमाया है पट्ठा कि पूछो मत। सब उसे देवता समझते हैं देवता। परंतु इस देवता के हृदय में जलने वाली अग्नि को…

Namo Narayan

नमो नारायण – गुरु जी | Namo Narayan

सौम्य से दिखते चेहरों के बीच एक अनकहा दर्द हृदय में छुपाए रिसेप्शन पर आने जाने वालों को मधुर मुस्कानों से सबका स्वागत करती है । पहली बार जब उन्होंने मुझे देखा तो पहचान नहीं होने के कारण अपनी उसी स्टाइल में पूछा – ” आपको किसी से मिलना है क्या? इंक्वारी के लिए आए…

लघु कथा सुकून | Laghu Katha Sukoon

लघु कथा सुकून | Laghu Katha Sukoon

सीता पेपर देने अपने पति के साथ भोपाल आई थी। पेपर अच्छा रहा लौटते समय एक सुलभ कांप्लेक्स के सामने गाड़ी रोक कर सीता के पति कहने लगे । बड़ा साफ सुथरा है, सुलभ कांप्लेक्स। जब तुम पेपर देने गई थी। तब हम लोग यहां आए थे। तुम भी फ्रेश हो जाओ फिर रास्ते में…

Poem on Azadi in Hindi

आजादी | Poem on Azadi in Hindi

आजादी ( Azadi )   हमको प्यारी है हमारी आजादी, बड़ी मुश्किल से पाई हमने आजादी कई वीर शहीद हुए हैं हमारे देश के , कई घर ऊजड़ गए तब पाई ये आजादी ।। जब जब मातृभूमि पर संकट आया तब हर घर ने राष्ट्रध्वज फहराया, अपने मनोबल और राजधर्म से हमारे वीरों ने सदैव…

Pawan hui Ayodhya

अवध में श्रीराम | Avadh me Shri Ram

अवध में श्रीराम ( Avadh me Shri Ram )   धन्य धन्य हुई अवधपुरी है स्वर्णिम से ये नज़ारे हैं, जग के पालनहारे रघुवर भव्य मंदीर में पधारे हैं!! जय हो प्रभुवरम्, स्वागतम् जिनवरम् ! जय जय प्रभुवरम् , सुस्वागतम जिनवरम् !! आपके स्वागत में स्वर्गों से उतरे देव भी सारे हैं, जग के पालनहारे…

श्री राम | Shri Ram

श्री राम | Shri Ram

श्री राम ( Shri Ram )   कौशल्या के सुत,दशरथ नंदन आए अवध की नगरी श्री राम बोलो श्री राम राम राम, श्री राम राम राम श्री राम राम राम श्री राम राम राम चरण पखारो,तिलक लगाओ, गाओ मंगल गीत होगा फिर से राम राज्य, प्रभु आए हैं निज धाम बोलो श्री राम राम राम…