अचार..आचार्य

अचार..आचार्य

आचार्य या अचारआचार्य हमारे जीवन का एक बहुमूल्य हिस्सा होते हैं जीवन में अचार की तरह अपना स्वाद छोड़ जाते हैं l जैसे पूरी थाली सजी हो अचार ना हो………बस तो खाना बेस्वाद लगता है l कुछ इसी तरह से आचार्य होते हैं मेथी के कड़वे पन रूपी छात्र को , जीरे की ठंडक शीतलता…

यमी यमी मिल्क राइस | Yummy Yummy Milk Rice

यमी यमी मिल्क राइस | Yummy Yummy Milk Rice

सुबह उठते ही , रामेश्वर जी को अवार्ड मिल गयाl उनकी रेसिपी में 10 लाख फॉलोअर हो गए l रामेश्वर जी आज पूरे पेपरो में छाए थेl , और पूरी और छाते भी क्यों ना? उनकी रेसिपी थी इतनी लाजवाब ……. ..रामेश्वर जी ने तो सपने में भी नहीं सोचो तो की उनकी रेसपी पूछी…

भड़ास

भड़ास | व्यंग्य रचना

भड़ास ( Bhadaas ) कंगाल देश को, खंगाल रहा हूं! माल और मलाई, खा गए मुर्गे! हाथ मेरे, कुछ न आया,, तो क्या करूं? खोटा सिक्का, उछाल रहा हूं! कंगाल देश को, खंगाल रहा हूं! लूटकर भरी तिजोरी, छोड़कर सदन और कुर्सी! सियासत के मोहरे, दफा हो गये! मैं अकेला ही सबकुछ, संभाल रहा हूं!…

मरघट की ओर

मरघट की ओर | Marghat ki Or

मरघट की ओर ( व्यंग्य रचना ) बज उठा, चुनावी बिगुल! निकल पड़े हैं मदारी, खेल दिखाने! बहलाने, फुसलाने, रिझाने, बहकाने! उज्जवल —— अपना भाग्य बनाने! जनता का दु:ख -दर्द, जानकर भी, बनते हैं जो अनजाने! आओ दु:खियारों, चलो -चलें, मरघट की ओर, इन मक्कारों की, मिलकर चिता जलाने! जमील अंसारी हिन्दी, मराठी, उर्दू कवि…

गांधी बनना है आसान

बापू का हिन्दुस्तान | व्यंग्य रचना

बापू का हिन्दुस्तान   गंदगी से व्याप्त एक गांव में एक मंत्री का था दौरा! उनका पी.ए वहां पहुंचा दौड़ा -दौड़ा! गांव के प्रशासन को कुंभकर्णी नींद से जगाया! और उन्हें —–और उन्हें मंत्रीजी के इसी आशय का एक पत्र पढ़कर सुनाया! मंत्रीजी के पत्र ने गांव के सुस्त प्रशासन को चुस्त बनाया! प्रशासन ने…

अधिकारी 

अधिकारी | व्यंग्य रचना

अधिकारी  ( Adhikari )    अधिकारी देश की ला-इलाज बीमारी! काम नहीं कौड़ी का पगार चाहिए ढेर सारी! मिली-भगत से इनके ही भ्रष्टाचार है जारी! हर तरफ यही नज़ारा है कोई भी हो विभाग सरकारी! छोड़ दे, छोड़ दे धन की लालच छोड़ दे! छोड़ दे, छोड़ दे खोटे धंधे छोड़ दे! वर्ना,जेल जाने की…

Hasya Vyang

हास्य भरी प्रेम कहानी | Hasya Vyang

हास्य भरी प्रेम कहानी ( Hasya bhari prem kahani )    नाम था रमीला प्यार से कहता था रम्मी, कल पता चला वो है तीन बच्चों की मम्मी। छोटे नन्हे मुन्ने ने पकड़ कर रखा था हाथ, देखा था उसे बाजार में तीन बच्चों के साथ। इस कदर हुआ था उसके प्यार में गुमशुदा, जिसे…

Vyang Dangon ki Janch

दंगों की जांच | Vyang Dangon ki Janch

दंगों की जांच ( Dangon ki janch )    शहर में मुख्य रूप से दो धार्मिक समूह थे। इन दोनो के अलावा दोनो में एक समूह शरारती तत्वों का था। इस तरह तीन समूह हो गये। त्यौहार आया । त्यौहार आये। दोनो धार्मिक समूहो के त्यौहार एक ही दिन पड़ गये। धार्मिक समूह डर गये।…

Vyang adhyatmik guru ka interview

आध्यात्मिक गुरु का इंटरव्यू | Vyang adhyatmik guru ka interview

आध्यात्मिक गुरु का इंटरव्यू ( Adhyatmik guru ka interview )   गुरू ने मेकअप करने में 2 घंटे लगा दिये वे जब फ्रेम में आये तो उन्होने नेत्र अर्द्धनिमीलित कर लिये। मंत्रीजी और अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों को उन्होने नीचे आसीत कर दिया। जब पूरा दृश्य प्रभावोत्पादक हो गया तो उन्होने साक्षात्कार लेने के लिए इशारा…

Vyang jal hi jal

जल ही जल | Vyang jal hi jal

जल ही जल ( Jal hi jal ) जल की ना पूछो भैया। आजकल तो बहुत जला रहा है। मर कर जलना तो सुना थाl या यूं कह लो जल कर मरना, मगर यह जल तो ह्रदय जला रहा है l और जब ह्रदय जलता है l तो चूल्हा जलने का सवाल नहीं उठता l…